बिहार विधानसभा में मैथिली में शपथ से शुरू हुई मिथिला की राजनीति इस तरह जन मन को लुभा रही
मंत्री जिवेश कुमार मिश्र के बाद विधायकों ने ली मैथिली में शपथ तो जिले में तेज हुई चर्चा। अब मिथिला और मैथिली के विकास का मार्ग होगा मजबूत। सभी लोग इस चीज से खुश हैं जो मैथिली को उचित मंच मिला है।
दरभंगा, जेएनएन। इस बार (2020) के विधानसभा चुनाव में जीत हार से पहले राजनीति के कई रंग देखने को मिले। रोजगार, राजनीतिक समीकरण और जातीय उन्माद भी। लेकिन, चुनावी जंग जीतने के बाद सरकार बनने के वक्त मंत्रिमंडल व विधानसभा में विधायकों के शपथ ग्रहण के वक्त की राजनीति ने मिथिला को नई ऊर्जा दी है। यह ऊर्जा विधानसभा और विधान परिषद में मिथिला की मीठी भाषा मैथिली की गूंज से मिली है।
मैथिलि के विकास में मदद
दरअसल स्थानीय भाषा में शपथ लेने का चलन पहले भी रहा है। लेकिन, इस बार मिथिला से चुने गए विधायकों में से अधिकांश ने विधानसभा में हो रहे शपथ ग्रहण समारोह में मिथिला की मीठी वाणी मैथिली में शपथ लेकर न सिर्फ इस भाषा की मिठास का एहसास साथी विधायकों को कराया। बल्कि इससे पूरे देश और खासतौर पर मिथिला के लोगों को भी अवगत कराया कि अब मैथिली हर जगह अपना स्थान बनाएगी।
मैथिली मजबूत और समृद्ध
सरकार गठन के पहले दिन मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में मंत्री जिवेश कुमार ने मैथिली में शपथ लेकर यह बताया कि मैथिली मजबूत और समृद्ध है। अभी लोगों में इस शपथ ग्रहण समारोह की चर्चा हो ही रही थी कि 23 नवंबर को विधानसभा में जब विधायकों को शपथ दिलाई जा रही थी तो दरभंगा जिले के कई विधायकों ने मैथिली में शपथ लेकर मिथिला की राजनीति को नया संदेश देेने की कोशिश की। मैथिली में शपथ लेनेवाले विधायकों में दरभंगा शहर के भाजपा विधायक संजय सरावगी, हायाघाट के रामचंद्र प्रसाद, केवटी के डॉ. मुरारी मोहन झा, गौड़ाबौराम से वीआइपी की स्वर्णा सिंह के अलावा विधान परिषद में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने मैथिली में शपथ ली। बात यहीं पूरी नहीं हुई। शपथ ग्रहण के दौरान इनके शरीर पर मिथिला की परंपरा के अनुरूप ड्रेस भी दिखा।
विधायकों ने कहा- मैथिली में शपथ लेने का गर्व
मैथिली में शपथ लेनेवाले विधायक इसे गर्व का विषय बताते हैं। दरभंगा शहरी विधानसभा क्षेत्र के पांचवीं बार निर्वाचित संजय सरावगी ने मैथिली में शपथ लेने पर कहा- मैथिली के संरक्षण में पले-बढ़े होने के कारण यह मेरा नैतिक दायित्व है। जिसका मैंने पूरी श्रद्धा के साथ निर्वहन किया है। हायाघाट विधायक डॉ. रामचंद्र प्रसाद ने कहा- मैंने अपनी भाषा का सम्मान किया। यह हमारा धर्म है। जिस भाषा ने हमें शक्ति दी है, उसे आगे लेकर जाएंगे। केवटी विधायक डाॅ. मुरारी मोहन झा ने कहा- इससे एक सुंदर परंपरा की शुरुआत हुई है। हमारी भाषा को सम्मान देना और दिलाना हमारा परम कर्तव्य है।जिले की एकमात्र महिला विधायक स्वर्णा सिंह ने कहा- मैथिली भाषा के संरक्षण की दिशा में यह प्रयास काफी अहम है। हमें अपनी भाषा के विकास के लिए काम करना है।
विधानसभा में मैथिली की गूंज से मिथिलावासी गदगद
विधायकों की इस पहल ने लोगों का मनमोहा है। दरभंगा के मनोज कुमार कहते हैं हमारे विधायक की यह पहल मैथिली के विकास की राह मजबूत करेगी। केवटी के संजय कुमार कहते हैं- वक्त पर जो बात की जाए, वहीं याद रहती है। हमारे विधायक ने उचित समय पर उचित बात की है। गौड़ाबौराम के रामजी साह, कुशेश्वरस्थान के रमेश बताते हैं- इस बार का शपथ ग्रहण हमारे मैथिली के विकास की उम्मीद जगानेवाला है। इसे मैथिली में मिथिला की राजनीति का आरंभ मान सकते हैं।