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एमसीआइ ने कहा सब कुछ तो ठीक, बस जगह की है कमी

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की टीम के साथ पुणे बीजे गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज से पहुंचे डॉ. रवींद्रनाथ चवन ने उक्त टिप्पणी की। वे गुरुवार को एसकेएमसीएच के चर्मरोग विभाग में चार सीटों पर पीजी की पढ़ाई की व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे थे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 01:58 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 01:58 AM (IST)
एमसीआइ ने कहा सब कुछ तो ठीक, बस जगह की है कमी
एमसीआइ ने कहा सब कुछ तो ठीक, बस जगह की है कमी

मुजफ्फरपुर। यहां तो सब कुछ ठीक है, सिर्फ जगह की कमी है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की टीम के साथ पुणे बीजे गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज से पहुंचे डॉ. रवींद्रनाथ चवन ने उक्त टिप्पणी की। वे गुरुवार को एसकेएमसीएच के चर्मरोग विभाग में चार सीटों पर पीजी की पढ़ाई की व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे थे। प्रभारी प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार को साथ लेकर चर्मरोग विभाग के ओपीडी में पहुंचे और वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद मरीजों के लिए बने वार्ड को देखा। बेड व मरीजों की जानकारी ली।

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कहां-कहां किया निरीक्षण :

एमसीआइ की टीम ने ब्लड बैंक, क्लीनिकल पैथोलॉजी, सेमिनार कक्ष, म्यूजियम, रेडियोलॉजी विभाग के सामान्य एवं डिजिटल एक्सरे कक्ष, सीटी स्कैन मशीन को देखा। इन सभी जगहों पर निरीक्षण के दौरान टीम व्यवस्था को गहराई से देख रही थी। इसके बाद कॉलेज पहुंच कर पुस्तकालय, माइक्रोबायोलॉजी एवं पैथोलॉजी विभाग, वायोरोलॉजिकल लैब व अन्य विभागों का निरीक्षण किया। इसके साथ ही लेक्चर थिएटर एवं नए निर्माणाधीन भवनों का भी अवलोकन किया। टीम कोमानक के मुताबिक मशीनों व उपकरणों के उपलब्ध होने की जानकारी दी गई। इसके बाद टीम ने प्राचार्य कक्ष में बैठकर विभाग के चिकित्सकों का भौतिक सत्यापन करते हुए कागजात की जांच की। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार, प्रभारी अधीक्षक डॉ. आइडी सिंह, चर्मरोग विभागाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र प्रसाद, डॉ.अवधेश कुमार, डॉ. बच्चा प्रसाद, डॉ.वरुणेश किशोर, रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. विनायक गौतम समेत अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

नए नियमों के तहत बढ़ेंगी पीजी की 44 सीट : एमसीआइ के नए नियमों के तहत एसकेएमसीएच के पांच नए विभागों में पीजी पढ़ाई की स्वीकृति प्राप्त करने की कवायद जारी है। वहीं इसके साथ पूर्व से चल रहे छह विभागों में दस सीटो के अलावा 44 सीटों की वृद्धि होनी है। इसमें मेडिसीन में आठ, फीजियोलॉजी में छह, पैथोलॉजी में 10, एनाटोमी में चार, फार्माक्लॉजी में 10 एवं पीएसएम में छह सीटो की वृद्धि होगी। जबकि पूर्व से मेडिसीन में दो, फिजियोलॉजी में दो, पैथोलॉजी में दो, एनाटोमी में एक, फार्माक्लॉजी एवं पीएसएम में दो-दो सीटों पर पीजी की पढ़ाई जारी है।

एमसीआइ के नए नियम : एमसीआइ के नए नियम के तहत पूर्व से जिन विभागों में पीजी की पढ़ाई जारी है, उनमें एक प्राध्यापक पर तीन एवं एक सह प्राध्यापक पर दो पीजी सीट की अनुमति दी जाती है।


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