मोतिहारी जेल से नाइजीरिया पहुंचा मार्टिन क्लेटस, सजा पूरी होने के बावजूद था बंद
आठ माह की सजा पूरी होने के बावजूद जेल में था बंद। भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल के पास पुलिस ने किया था गिरफ्तार।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। विदेश अधिनियम के तहत गिरफ्तार नाइजीरिया सेक्टर 92 निवासी मार्टिन क्लेटस ओकेज सजा पूरी होने के बावजूद जेल में बंद था। मानवाधिकार आयोग की पहल पर उसको जेल से घर पहुंचाया गया। नाइजीरियन युवक की सकुशल रिहाई की पहल करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता अधिवक्ता डॉ. एसके झा ने बताया कि युवक के घर पहुंचने की सूचना नाइजीरिया दूतावास ने उनको दी तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दिल्ली ने सोमवार को बाकायदा पत्र के जरिए जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि युवक नेपाल सीमा पार करते समय नकली पासपोर्ट तथा वीजा के आरोप में पकड़ा गया था। 8 माह की सजा हुई। सजा पूरी होने के बाद भी वह केन्द्रीय कारा मोतिहारी में बंद था। जानकारी के बाद अधिवक्ता झा ने युवक की रिहाई व उसकी वतन वापसी के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तथा बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग में याचिका दायर की।
याचिका पर आयोग ने संज्ञान लिया और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केंद्रीय गृह सचिव, गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं महानिदेशक जेल प्रशासन, बिहार से इस संबंध में जानकारी मांगी। गृह मंत्रालय ने 25/05/2018 को जांच रिपोर्ट आयोग को समर्पित किया तथा कारा उपमहानिरीक्षक, पटना ने अपना जांच रिपोर्ट 12/12/2018 को आयोग को समर्पित किया। इसी बीच मोतिहारी जिला प्रशासन सकते में आया और आननफानन कार्रवाई तेज की। उक्त युवक के ऊपर न्यायालय ने 2000 रु. का जुर्माना भी लगाया था।