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Indian railway : मुजफ्फरपुर होकर चलेंगी बछवाड़ा-हाजीपुर रेलखंड की कई ट्रेनें, जानिए व्यवस्था में हुए बदलाव के बारे में

Indian railway शाहपुरपटोरी और मोहिउद्दीननगर स्टेशन के बीच प्री-एनआइ का कार्य शुरू। इस रेलखंड पर बढ़ेगा दबाव ट्रेनों की गति पर पड़ेगा असर।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 09:17 AM (IST)Updated: Tue, 17 Mar 2020 09:17 AM (IST)
Indian railway : मुजफ्फरपुर होकर चलेंगी बछवाड़ा-हाजीपुर रेलखंड की कई ट्रेनें, जानिए व्यवस्था में हुए बदलाव के बारे में
Indian railway : मुजफ्फरपुर होकर चलेंगी बछवाड़ा-हाजीपुर रेलखंड की कई ट्रेनें, जानिए व्यवस्था में हुए बदलाव के बारे में

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बछवाड़ा-हाजीपुर रेलखंड स्थित शाहपुरपटोरी और मोहिउद्दीननगर के बीच डबल लाइन का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब इसे मेन लाइन से जोडऩे के लिए प्री-एनआइ कार्य शुरू किया गया है। यह 17-18 मार्च तक चलेगा। 19-20 मार्च तक ये पूरा होगा। इसको मद्देनजर रखते हुए शाहपुरपटोरी होकर चलने वाली दर्जनों ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। अब ये ट्रेनें मुजफ्फरपुर होकर चलेंगी। जिससे हाजीपुर रेलमार्ग पर ट्रेनों का दबाव बढऩे और रफ्तार कम होने की आशंका है।

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मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर होकर परिचालन

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने इसकी सूची जारी की है। इसमें कहा गया है कि शाहपुरपटोरी होकर चलने वाली ट्रेनें मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर होकर चलेंगी। इनमें 14618 अमृतसर सहरसा एक्सप्रेस, 13206 पाटलिपुत्र सहरसा एक्सप्रेस, 15602 न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस, 15716 गरीब नवाज एक्सप्रेस, 12520 कामाख्या लोकमान्यतिलक एक्सप्रेस, 12424 राजधानी एक्सप्रेस, 14617 सहरसा अमृतसर एक्सप्रेस, 15715 गरीब नवाज एक्सप्रेस शामिल हैं।

सीतामढ़ी रेलमार्ग पर विद्युतीकरण कार्य अटका

सोनपुर मंडल कंट्रोल से सोमवार को ब्लॉक नहीं दिया गया। इससे मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी रेलमार्ग पर विद्युतीकरण कार्य पूरा करने के बाद विद्युत आपूर्ति का कनेक्शन करने का काम अटक गया। वहीं, 17 मार्च को विद्युत इंजन से होने वाला ट्रायल नहीं होने की उम्मीद है। विद्युतीकरण विभाग के अधिकारी ब्लॉक लेने के लिए स्टेशन मास्टर कार्यालय पहुंचे। लेकिन, ब्लॉक नहीं मिलने से मायूस होकर लौट गए।

विद्युत इंजन से चलेंगी ट्रेनें

वहीं, 21 मार्च को सीआरएस के निरीक्षण करने की उम्मीद है। सीआरएस से मंजूरी मिलने पर इस मार्ग पर लिच्छवी एक्सप्रेस, सद्भावना एक्सप्रेस, मेमू व सवारी ट्रेनें विद्युत इंजन से चलेंगी और रफ्तार बढ़ेगी। इससे ट्रेन सीतामढ़ी की दूरी 45 मिनट में पूरी करेगी। विद्युत इंजन से परिचालन चालू होने के बाद इस मार्ग पर ट्रेनों की संख्या बढऩे की उम्मीद है। कर्मियों ने कहा कि ब्लॉक नहीं मिलने से कार्य अधूरा रह गया। मंगलवार को ट्रायल लेने की तैयारी थी, लेकिन नहींं हो सकेगा। ब्लॉक के लिए आग्रह किया जा रहा है।  


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