Madhubani: इस तरह तो सरकारी चीजों से उठ जाएगा भरोसा, गर्भवती को टेटनस के बदले लगा दी एंटीरेबीज वैक्सीन
मामला मधुबनी जिले के बाबूबरही सीएचसी का। स्वजनों को इस लापरवाही की जानकारी होने के बाद उन्होंने हंगामा करना आरंभ कर दिया। पीड़िता भय के मारे पसीने से हो गईं तर।प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कर्मी को लगाई फटकार गर्भवती सुरक्षित।
मधुबनी, जासं। जिले के बाबूबरही सीएचसी पर मंगलवार को एक गर्भवती महिला को टेटनस टाक्साइड के बदले कुत्ता काटने की एंटीरेबीज वैक्सीन लगा दी गई। इनके साथ आए अभिभावक ने जमकर हल्ला मचाया। हालांकि, गर्भवती सुरक्षित है। बता दें कि प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक माह की नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं की जांच को शिविर लगता है, ताकि संस्थागत व सुरक्षित प्रसव के संग जच्चा व बच्चा भी स्वस्थ्य रहे। इसी शिविर में घोंघौर गांव की शैलेश कुमार राय की पत्नी संजू देवी भी अपनी जांच को आई थी। उनके ससुर रंजीत राय ने बताया कि चिकित्सक ने विभिन्न जांच के बाद उन्हें टेटनस वैक्सीन व आयरन की गोली आइएफए लिखा। वे दवा काउंटर पर गए। वहां उपस्थित फर्मासिस्ट ने टीटी के बदले एंटीरेबीज सूई देते हुए खुद लगा भी दिया।
गर्भवती की जांच की और घंटों अपनी निगरानी में रखा
फर्मासिस्ट को इस बात की भनक सूई लगाने के बाद हुई। वे चौंके। एंटी रिएक्शन को लेकर गर्भवती व उनके स्वजन परेशान हो उठे। सूचना पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उदय शंकर प्रसाद ने स्वयं गर्भवती की जांच की और घंटों अपनी निगरानी में रखा। कर्मी को फटकार लगाई गई। प्रभारी ने कहा कि उक्त वैक्सीन लगने से गर्भवती पर कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होगा।
यह कोई पहला मामला नहीं
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का यह कोई पहला मामला हो, ऐसा नहीं है। आए दिन कुछ न कुछ अनियमितताएं सामने आती रहती हैं। इसकी वजह से विभाग को शर्मसार होना पड़ता है। अभी हाल में इस तरह की सूचना आई थी कि एक महिला ने बंध्याकरण के दौरान एक डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। उसका आरोप था कि बंध्याकरण के दौरान मानकों का सही से पालन नहीं होने के कारण वह छठी बार मां बन गई। जिसकी वजह से उसको लालन पालन में परेशानी हो रही। उक्त महिला ने मुआवजेे का दावा भी ठोका है।