बैंकों में ' लिंक फेल ' की तख्ती से स्वागत, ग्राहक व कर्मी कर रहे ये जतन
बैंकों में लिंक फेल रहने से सभी परेशान रहे। ग्राहकों को जहां अपने काम के लिए काफी देर इंतजार करना पड़ा, वहीं कर्मी भी इस समस्या से जूझते रहे।
By Edited By: Published: Thu, 11 Oct 2018 04:00 PM (IST)Updated: Thu, 11 Oct 2018 04:13 PM (IST)
मुजफ्फरपुर(जेएनएन)। त्योहार के इस मौसम में बैंकों में लिंक फेल होने की समस्या बरकरार है। इससे सभी परेशान हैं। ग्राहकों को जहां अपने काम के लिए काफी देर इंतजार करना पड़ा, वहीं कर्मी भी इस समस्या से जूझते रहे। यह स्थिति शहर से लेकर गांव तक की अधिकतर बैंक शाखाओं में रही। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति ज्यादा खराब रही। सुबह दस बजे बैंक खुलते ही लिंक की समस्या शुरू हो गई। इससे रुपये जमा करने, निकालने, पासबुक अपडेट करने, नया पासबुक जारी करने में परेशानी हुई।
आश्वासन देकर चला रहे काम
इलाहाबाद बैंक की माधोपुर शाखा में बैंक खुलने के साथ ही लिंक फेल का बोर्ड टांग दिया गया। शाखा प्रबंधक एलसी वर्मा लोगों को लिंक आते ही काम निपटाने का आश्वासन देते रहे। हालांकि दो घंटे बाद लिंक आते ही कर्मी भी तेजी से काम निपटाने में जुट गए। एटीएम का बुरा हाल, ग्रामीण क्षेत्रों में बनी छलावा एटीएम की सेहत में सुधार नहीं हो रहा है।
एटीएम में कैश नहीं
जिले की अधिकतर एटीएम में कैश नहीं है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर लगीं एटीएम भी लोगों की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रही हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में ये छलावा ही साबित हो रहीं। इससे शहरवासियों के साथ ही ग्रामीणों को भी परेशानी हो रही है।
मजबूरी में ऑनलाइन पेमेंट
नवरात्र शुरू होते ही लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। उन्हें रुपये की आवश्यकता है। बहुत ऐसे लोग हैं जो आॅनलाइन पेमेंट कर दे रहे हैं। लेकिन,एक बड़ी आबादी एटीएम पर ही आश्रित है। एटीएम कार्ड लेकर पहुंच रहे हैं। लंबी लाइन में लगने के बाद कहीं उन्हें रुपये मिल रहा है। एटीएम से सौ के नोट नदारद अधिकांश एटीएम हैं। जहां सौ रुपये के नोट ही गायब है। किसी को चार सौ रुपये की आवश्यकता है तो उन्हें नहीं मिल सकता है। उन्हें पांच सौ की नोट निकालनी पड़ रही है।
आश्वासन देकर चला रहे काम
इलाहाबाद बैंक की माधोपुर शाखा में बैंक खुलने के साथ ही लिंक फेल का बोर्ड टांग दिया गया। शाखा प्रबंधक एलसी वर्मा लोगों को लिंक आते ही काम निपटाने का आश्वासन देते रहे। हालांकि दो घंटे बाद लिंक आते ही कर्मी भी तेजी से काम निपटाने में जुट गए। एटीएम का बुरा हाल, ग्रामीण क्षेत्रों में बनी छलावा एटीएम की सेहत में सुधार नहीं हो रहा है।
एटीएम में कैश नहीं
जिले की अधिकतर एटीएम में कैश नहीं है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर लगीं एटीएम भी लोगों की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रही हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में ये छलावा ही साबित हो रहीं। इससे शहरवासियों के साथ ही ग्रामीणों को भी परेशानी हो रही है।
मजबूरी में ऑनलाइन पेमेंट
नवरात्र शुरू होते ही लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। उन्हें रुपये की आवश्यकता है। बहुत ऐसे लोग हैं जो आॅनलाइन पेमेंट कर दे रहे हैं। लेकिन,एक बड़ी आबादी एटीएम पर ही आश्रित है। एटीएम कार्ड लेकर पहुंच रहे हैं। लंबी लाइन में लगने के बाद कहीं उन्हें रुपये मिल रहा है। एटीएम से सौ के नोट नदारद अधिकांश एटीएम हैं। जहां सौ रुपये के नोट ही गायब है। किसी को चार सौ रुपये की आवश्यकता है तो उन्हें नहीं मिल सकता है। उन्हें पांच सौ की नोट निकालनी पड़ रही है।
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