Coronavirus: मुजफ्फरपुर में उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी व सिंगर कनिका कपूर के खिलाफ कोर्ट में परिवाद
Coronavirus अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सिंगर कनिका कपूर के खिलाफ परिवाद दाखिल किया। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमि ने उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के खिलाफ परिवाद किया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर में शनिवार कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने को लेकर दो परिवाद दायर किए गए है। इसमें पहला परिवाद को सिंगर कनिका कपूर के खिलाफ किया गया है। यह परिवाद अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पश्चिमी के कोर्ट में दाखिल किया है। वहीं दूसरा परिवाद उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के खिलाफ दायर किया गया है। यह परिवाद सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पूर्वी के कोर्ट में दाखिल किया है।
हरदीप सिंह पुरी पर यह लगा आरोप
उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पूर्वी के कोर्ट में शनिवार को परिवाद दाखिल किया गया है। यह परिवाद अहियापुर के भीखनपुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने दाखिल किया है। इसमें उन पर कोरोना वायरस से बचाव लेकर देश के एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। कोर्ट ने परिवाद की सुनवाई को लेकर 31 मार्च की तारीख मुकर्रर की है।
परिवाद में लगाया यह आरोप
परिवाद में हाशमी ने कहा है कि उन्हें समाचार पत्रों से पता चला है कि विदेशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस को लेकर सही से जांच नहीं हो रही है। एयरपोर्ट के पदाधिकारी न तो मास्क पहने हुए हैं और न ही हैंड ग्लोब्स का प्रयोग कर रहे हैं। यात्रियों के बयान के अनुसार नागरिक उड्डयन मंत्री व मंत्रालय कोरोना जैसी संक्रामक बीमारी को लेकर लापरवाह बना हुआ है। आरोप लगाया गया है कि इसमें मंत्री हरदीप सिंह पुरी की लापरवाही साफ उजागर होती है।
सिंगर कनिका कपूर के खिलाफ परिवाद
कोरोना संक्रमण को जानबूझकर छिपाने के आरोप में मशहूर सिंगर कनिका कपूर के खिलाफ मुजफ्फरपुर में परिवाद दाखिल किया गया है। इसे मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पश्चिमी के कोर्ट में शनिवार को अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने दायर किया। सुनवाई के लिए 31 मार्च की तारीख मुकर्रर की गई है।
यह लगाया आरोप
परिवाद में अधिवक्ता ने आरोप लगाया है कि 10 मार्च को सिंगर कनिका कपूर एयर इंडिया के विमान से लंदन से मुंबई पहुंचीं। वहां से लखनऊ आईं। इसके बाद 13 से 15 मार्च के बीच तीन पार्टियों में शामिल हुईं, जिसमें करीब तीन सौ लोग थे। इसमें आरोप लगाया गया है कि वीआइपी कल्चर का लाभ उठाकर आरोपित ने जानबूझकर लापरवाही बरती। जानकारी छिपाई और संक्रमण फैलाया। इससे काफी लोग भयभीत हो गए हैं। यह सब साजिश के तहत की गई है।