पुल निर्माण की मांग को वर्र्षो से नजरअंदाज कर रहा प्रशासन
मुजफ्फरपुर गायघाट प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी भाग पर अवस्थित बोआरीडीह पंचायत मूलभूत सुविधाओं का अभाव झेल रही है।
मुजफ्फरपुर : गायघाट प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी भाग पर अवस्थित बोआरीडीह पंचायत मूलभूत सुविधाओं का अभाव व अफसरशाही का दंश झेल रही है। पंचायत के शौचालय लाभार्थियों को पैसा नहीं मिल पा रहा है। जिन्होंने बनाया उन्हें पैसा नहीं जबकि जिसने नहीं बनाया, उनसे बिचौलियों द्वारा दो से ढाई हजार रुपये लेकर खाता में राशि भेजवाई जा रही है। उक्त बातें बोआरीडीह पंचायत के मुन्नी गाव में जागरण द्वारा आयोजित चौपाल में लोगों ने खुलकर कहीं। पंचायत के मुन्नी घाट पर दशकों से पुल निर्माण की माग होती आ रही है परंतु प्रशासन व राजनेता इसपर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बोआरीडीह, ताल बोआरी, चिरैला राजस्व गाव के साथ ही गौसनगर, दहिया, बरकुरबा, मुन्नी भोजा, कनिया इनार गाव को मिलाकर बनाई गई इस पंचायत में सड़क की समस्या हद तक दूर हुई है। जर्जर विद्युत तार हादसों का आमंत्रित कर रहा है। बागमती उपधारा में मुन्नी घाट पर पुल की माग ग्रामीणों द्वारा राजनेता व प्रशासनिक पदाधिकारियों से बार-बार की जाती रही है परंतु रवैया उपेक्षापूर्ण है। पुल के बन जाने से पंचायत के लोगों को शहर की दूरी 10 से 15 किमी कम पड़ेगी। सात निश्चय योजना के तहत पंचायत के 13 वाडरें में से 10 वाडरें में पाइप लाइन हो चुका है। 5 वाडरें में जल आपूर्ति प्रारंभ है। बोरिंग का कार्य सभी वाडरें में किया जा चुका है। किसानों के अरमानों पर मक्के की फसल ने पानी फेर दिया। फॉल आर्मी नामक कीड़े ने मक्के की फसल को बर्बाद कर दिया। इस सदमे से अभी किसान उबर नहीं पाए हैं। धान की फसल भी आशा के अनुरूप नहीं है। सिंचाई व्यवस्था में कुल छह राजकीय नलकूपों में से दो खराब है। नीलगाय व जंगली सुअर किसानों की परेशानी को और बढ़ा रहा है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 40 पुराने लाभार्थियों एवं 50 नए लाभार्थियों के खाते में राशि नहीं जा पा रही है। इस समस्या के लिए लोग प्रखंड कार्यालय तक दौड़ लगा रहे हैं। बावजूद इसके सुधार नहीं हो पा रहा है। पंचायती राज के इस कार्यकाल में आवास योजना के तहत 300 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। मुकेश राय, युगल किशोर, राकेश, शभू राय, कपिलेश्वर राय, रमेश राय आदि ग्रामीणों का दर्द है कि दो से ढाई हजार रुपये बिचौलियों को देने पर शौचालय की राशि खाते में आती है। इनलोगों ने नहीं दिया तो शौचालय बनने के बावजूद राशि नहीं आ सकी। पंचायत में उच्च विद्यालय न होने से विद्यार्थियों को 5 से 6 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। ग्रामीणों ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि एमडीएम से शिक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। एक तो मेनू के हिसाब से खाना नहीं बनता दूसरे शिक्षक व छात्र सभी का ध्यान एमडीएम पर ही केंद्रित रहता है जिससे शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है। स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर पंचायत में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र गौसनगर अब तक किराए के मकान में ही चल रहा है। संसाधनों की कमी के बावजूद हद तक स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। एक उप स्वास्थ्य केंद्र बोआरीडीह में है।
चौपाल में ये रहे उपस्थित
पूर्व सरपंच रामप्रवेश राय, पैक्स अध्यक्ष मनीष कुमार मो. नजीर अहमद, रामश्रेष्ठ राय, मुखिया पति इंद्रजीत राम, लखींद्र राय, सुखनंदन दास, बबलू सिंह, मुकेश यादव, सुधीर कुमार, नरेश पासवान, ब्रह्मदेव राय, सुधाकर, जुगल किशोर यादव।
मुखिया का वर्जन
पंचायत में विकास कायरें का इतिहास रचा गया है मेरे कार्यकाल में। पंचायत की एक भी ग्रामीण सड़क कच्ची नहीं बचेगी। अधिकतर का पक्कीकरण किया गया है। सात निश्चय योजना के तहत नल जल का काम प्रगति पर है। आम जनता को पंचायत के अधीन कार्य के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। पंचायत के क्षेत्राधिकार से बाहर के काम के लिए भी जनता की आवाज प्रखंड से जिला तक बुलंद करती रहूंगी।
रेखा देवी, मुखिया।
फोन नं. 9934855654।