वार्ड पार्षदों को पढ़ाए गए अधिकार व कर्तव्य के पाठ
नगर निगम के पार्षदों को उनके अधिकार एवं कर्तव्य का पाठ पढ़ाया गया।
मुजफ्फरपुर। नगर निगम के पार्षदों को उनके अधिकार एवं कर्तव्य का पाठ पढ़ाया गया। नगर निगम ऑडिटोरियम में मंगलवार को इसके लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता अवधेश कुमार ने पार्षदों को बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 से अवगत कराया। साथ ही नगर निगम बोर्ड एवं सशक्त स्थायी समिति के अधिकार एवं कर्तव्यों एवं निगम अधिकारियों की भूमिका पर भी चर्चा की गई। साउंड सिस्टम में गड़बड़ी के कारण कार्यशाला में शामिल पार्षदों तक आधी-अधूरी बात पहुंची। कार्यक्रम की शुरुआत होते ही साउंड सिस्टम की गड़बड़ी पर महापौर सुरेश कुमार भड़क उठे। उन्होंने व्यवस्था में लगे कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि बेहतर व्यवस्था के बीच फिर से कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला में जमकर सवाल भी हुए। वार्ड पार्षद संतोष महाराज एवं हरिओम ने सशक्त स्थायी समिति के फैसले को लेकर बोर्ड की भूमिका पर सवाल उठाए। स्पष्ट आवाज नहीं सुनाई पड़ने पर कई पार्षद बीच में ही बैठक से उठकर चले गए। उनका आरोप था कि इस तरह की कार्यशाला से कोई लाभ नहीं होने वाला। कार्यशाला में किताब पढ़कर सुनाया गया। वहीं कार्यशाला से एक दर्जन से अधिक पार्षद एवं नगर आयुक्त रमेश रंजन गायब रहे। नगर आयुक्त की अनुपस्थित पर भी महापौर ने नाराजगी जताई।
--------------------
अधिकारों की बात और पार्षद के बदले मौजूद थे पार्षद पति
कार्यशाला वार्ड पार्षदों के लिए आयोजित की गई थी ताकि वे अपने अधिकार एवं कर्तव्य के साथ-साथ बिहार नगरपालिका अधिनियम से अवगत हो सकें। लेकिन, कार्यशाला में महिला पार्षदों की जगह उनके पति भाग ले रहे थे।