World Comedy Day: हंसने वाले लोग हमेशा रहते स्वस्थ और होते बुद्धिमान, थकावट होती है दूर Muzaffarpur News
तमाम भौतिक संसाधनों और सुख-सुविधाओं ने जीवन को आरामदेह व आसान तो बना दिया लेकिन हमसे हमारा वक्त खुशियां छीन लीं। इस बीच हंसना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित हो रहा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आधुनिक जीवनशैली में तकनीकी विकास ने हमें बहुत चीजें दी हैं। कई सुविधाएं दी हैं। लेकिन, बहुत कुछ छीन भी लिया है। इनमें हंसी और खुशी भी शामिल हैं। तमाम भौतिक संसाधनों और सुख-सुविधाओं ने जीवन को आरामदेह व आसान तो बना दिया, लेकिन हमसे हमारा वक्त, खुशियां छीन लीं। हम अपने आसपास देख सकते हैं कि बहुतों के पास पैसा तो है, लेकिन उससे एक मुस्कान नहीं खरीद पा रहे हैं।
कई बार यह भी देखा जाता है कि जो जितना धनवान व संपन्न है, वह उतना ही खिन्न और परेशान भी होता है। अवसाद, उदासी और तनाव लोगों के जीवन में तेजी से शामिल हो रहे हैं। फलस्वरूप उच्च रक्तचाप, शुगर, माइग्रेन, हिस्टीरिया, पागलपन, डिप्रेशन आदि बहुत-सी बीमारियों को निमंत्रण दे रहे हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि हंसना सभी के शारीरिक व मानसिक विकास में अत्यंत सहायक है। अधिक हंसने वाले लोग अधिक स्वस्थ्य और बुद्धिमान होते हैं।
सकारात्मक भावना है हास्य
लकड़ीढ़ाई, चंदवारा के योगाचार्य प्रमोद कुमार बताते हैं कि हास्य सकारात्मक और शक्तिशाली भावना है। इसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और संसार को शांतिपूर्ण बनाने के सभी तत्व होते हैं। हास्य योग जीवन का एक अभिन्न अंग है। जब व्यक्ति समूह में हंसता है तो उत्पन्न सकारात्मक ऊर्जा पूरे क्षेत्र में फैल जाती है। हंसने से तमाम बीमारियां अपने आप छूमंतर हो जाती हैं। ऊर्जा और ऑक्सीजन का संचार अधिक होता है। शरीर से दूषित वायु बाहर निकल जाती है। शरीर में रक्त संचार की गति बढ़ती है। पाचन तंत्र कुशलता से कार्य करता है। जोर से कहकहे लगाने से पूरे शरीर में प्रत्येक अंग को गति मिलती है। इससे शरीर में मौजूद हार्मोन दाता प्रणाली (एंडोफ्राइन ग्रंथि) सुचारु रूप से चलने लगती है, जो कि कई रोगों से छुटकारा दिलाने में सहायक होती है।
हर परिस्थितियों का करें मुकाबला
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि दुनिया में सुख व दुख दोनों ही धूप-छांव की तरह आते-जाते रहते हैं। यदि मनुष्य दोनों परिस्थितियों का हंस कर मुकाबला करे तो मन सदैव काबू में रहता है और वह चिंतामुक्त रह सकता है। हमें समझना होगा कि जिंदगी को जीने के लिए सबसे अच्छा व खूबसूरत रास्ता हंसी और खुशहाली की पगडंडियों से होकर गुजरता है। हंसते-हंसते सौ साल की जिंदगी यूं ही कट जाती है। रोने की हजार वजह कम पड़ जाएं यदि हंसने की एक वजह मिल जाए।
लोग पार्को में जाकर लगाते कृत्रिम ठहाके
अन्य दिनों में लोग पार्को में कृत्रिम ठहाके लगाते नजर आते हैं। आज लोग कॉमेडी फिल्में देख रहे हैं। यानी हर संभव तरीके से एक अदद हंसी के ठिकाने की तलाश की जा रही है।
थकावट होती है दूर
वरीय मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ.एके दास ने बताया कि हंसने से हमारे फेफड़ों से हवा तेजी से निकलती है। इससे हमें गहरी सांस लेने में मदद मिलती है। शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर तरीके से होती है। यही नहीं हंसने से एनर्जी भी मिलती है, जो शरीर से थकावट व सुस्ती दूर करती है।
हंसने से दिल करता बेहतर तरीके से काम
एसकेएमसीएच के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ.दीपक कर्ण ने कहा कि यदि हम खुलकर हंसते हैं तो शरीर में खून का संचालन सही रहता है। हमारा इम्यून सिस्टम बेहतर रहता है, जो कई तरह की बीमारियों से लड़ने में फायदा पहुंचाता है। इसलिए स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है कि आप हंसते हुए दिन की शुरुआत करें। हंसने से दिल बेहतर तरीके से काम करने लगता है। नियमित रूप से हंसने से हार्ट अटैक व अन्य दिल से जुड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है।
हंसने से दूर होता तनाव, कम कर सकते दुख
मनोचिकित्सक गौरव कुमार ने कहा कि हमारे जीवन में हर वक्त दो परिस्थितियां होती हैं। हंसे या बात-बात में गुस्सा करें। गुस्सा करने से हमें तनाव मिलता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। वहीं, हंसने से तनाव से मुक्ति मिलती है। हंसकर अपने दुख को कम कर सकते हैं। वहीं, कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं।