दोन नहर तटबंध पर दिखा बाघ, भाग खड़े हुए मजदूर
घंटों आक्रोशित लोगों ने किया हंगामा वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी। पहुंचे वन कर्मियों ने शुरू की बाघ को रेस्क्यू करने की प्रक्रिया।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। वीटीआर के जंगल से निकलकर रिहायसी इलाके बीते 26 मार्च से चहलकदमी कर रहा बाघ बुधवार की सुबह बरवा बंजरिया सरेह के समीप दोन नहर तटबंध पर दिखा। बाघ दिखने की सूचना के बाद एक बार फिर से किसानों में भय का आलम व्याप्त हो गया। बाघ देखकर गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूर भाग खड़े हुए। इसके बाद दर्जनों की संख्या में किसान दोन नहर के समीप सड़क पर जमा हो गए।
किसानों ने वन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बाघ के रेस्क्यू की मांग की। लोगो के उग्र रवैये को देखते हुए पिंजरे के साथ पहुंचे वनकर्मी बाघ को पकडऩे का प्रयास कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि बुधवार सुबह नाथ यादव समेत कई अन्य मजदूरों ने बाघ को दोन नहर तटबंध पर देखा। इससे पूर्व किसानों ने बाघ के खौफ से गन्ने के खेत में आग लगा दी थी।
इस बाबत गोबद्र्धना रेंजर मानवेंद्रनाथ चौधरी ने बताया कि बाघ को पकडऩे के लिए ङ्क्षपजरा के साथ वनकर्मियों की टीम को बरवा बंजरिया सरेह में भेजा गया है। संध्या पहर तक यदि बाघ ने जंगल की ओर रुख नहीं किया तो पिंजरा लगाकर पटाखे की आवाज के सहारे बाघ के रेस्क्यू की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी। ट्रेकुलाइजर गन की व्यवस्था की जा रही है।