Lockdown 2.0 : जानिए क्यों केवल 10 फीसद उपभोक्ताओं ने ही जमा कराया बिजली बिल, कहां हो रही परेशानी
Lockdown 2.0 केवल 08 फीसद शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने ही मार्च का बिल जमा किया है। जिले में 10 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में लॉकडाउन के दौरान एवरेज बिजली बिल बनाकर ऑनलाइन कर दिया गया है। लेकिन, आम जनता बिल कैसे जमा करे, इस पर गंभीरता से किसी ने विचार नहीं किया। इससे जिले का रेवेन्यू धड़ाम हो गया। 10 फीसद लोग भी बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे। शहरी क्षेत्र में अधिकतर लोगों के पास एंड्रायड मोबाइल है। वे भी एप या इंटरनेट के माध्यम से बिजली बिल नहीं जमा कर रहे। मार्च में करीब आठ फीसद उपभोक्ताओं ने ही बिजली बिल जमा किया है।
ग्रामीण क्षेत्र में कम मोबाइल
ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर लोगों के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं, इंटरनेट की दुकानें बंद होने से न बिल भर पा रहे और न ही मैसेज देख पा रहे हैं। मुशहरी के बालेश्वर पासवान ने कहा कि बिल कलेक्शन वाले आएंगे तो भुगतान करेंगे। नहीं तो काउंटर खुलने पर बिल जमा करेंगे। उनको जुर्माना का डर भी सता रहा। उन लोगों के पास न बिल पहुंच रहा और न मैसेज। बता दें कि जिले में 10 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं। 40 करोड़ से अधिक रेवेन्यू है। लेकिन, ऑनलाइन बिजली बिल मात्र आठ फीसद लोगों ने ही जमा किया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि सरकार के मीटर रेंट हटाए जाने से मामूली राहत मिली है।
रेवेन्यू की सूची मांगी गई
मुजफ्फरपुर प्रमंडल के विद्युत अधीक्षण अभियंता रीतेश कुमार ने कहा कि सभी डिवीजन के कार्यपालक अभियंताओं से रेवेन्यू की सूची मांगी गई है। ग्रामीण क्षेत्र या अन्य जगहों के लोग बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे, उनके लिए भी व्यवस्था होगी। ऊपर के अधिकारियों से दिशा-निर्देश लिया जा रहा है। सूद माफ करने का अधिकार राज्य सरकार को है।