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Coronavirus : COVID-19 : मुजफ्फरपुर में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी क्यों नहीं की जा रही प्रवासियों की जांच, जानिए

बंदरा सेंटर पर 92 लोगों को क्वंराटाइन किया गया है जिसमें से दो प्रवासी कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए थे। बावजूद इसके स्वास्थ्य जांच भी नहीं की गई है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 17 May 2020 09:30 AM (IST)Updated: Sun, 17 May 2020 09:30 AM (IST)
Coronavirus : COVID-19 : मुजफ्फरपुर में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी क्यों नहीं की जा रही प्रवासियों की जांच, जानिए
Coronavirus : COVID-19 : मुजफ्फरपुर में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी क्यों नहीं की जा रही प्रवासियों की जांच, जानिए

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बंदरा प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय गोविंदपुर छपरा में क्वारांटाइन प्रवासियों ने शनिवार को सेंटर पर सुविधाएं नहीं होने से संबंधित वीडियो संदेश जारी किया है। आरोप लगाया कि सेंटर के शौचालय की स्थिति इतनी खऱाब है कि लोग उसके बाहर भी खड़े होने में असमर्थ हैंं। गंदगी, गर्मी और बदबू से महामारी फैल सकती है। पानी की व्यवस्था नहीं है। कोई भी पंखा चालू नहीं है। इनलोगों का आरोप है कि अधिकारियों से शिकायत करने पर डपट दिया जाता है। कोई कार्रवाई नहीं की जाती।

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स्वास्थ्य जांच भी नहीं की गई है। इस सेंटर पर 92 लोगों को क्वंराटाइन किया गया है जिसमें से दो प्रवासी कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए थे। बैगरा सेंटर में भोजन की व्यवस्था नहीं है जिससे वे लोग अपने घरों से खाना मंगवा रहे हैं। प्रवासी बाहर घूमते रहते हैं। ऐसी ही शिकायतें अन्य पंचायतों से मिली हैं।

मड़वन में और दो कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप

मड़वन प्रखंड क्षेत्र से शनिवार को एक बार फिर दो कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया। लोग दहशत में आ गए। दोनों प्रवासी अहमदाबाद से सीतामढ़ी के रास्ते सीधे गांधी जानकी उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भटौना मड़वन स्थित क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचे थे। जांच के लिए 12 मई को उनका सैंपल लिया गया था। शनिवार की शाम क्वारंटाइन सेंटर से उन्हें एसकेएमसीएच ले जाया गया।

इधर, क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले प्रवासी काफी दहशत में हैं। लोगों का आरोप था कि यहां के प्रवासियों के लिए मात्र आधा दर्जन शौचालय है। वहीं, हाल में निर्मित शौचालय से पानी रिसता रहता है जिससे डर बना हुआ है।

प्रवासी दहशत में जी रहे

प्रवासियों ने बताया कि सभी की जांच कराने व शौचालय की अलग-अलग व्यवस्था कराने की मांग अधिकारियों से की गई, लेकिन वे नहीं सुनते। ऐसे में हम लोग दहशत में जी रहे हैं। बताया कि शुक्रवार को 14 दिन पूरे होने पर कुछ लोगों को बिना जांच कराए ही छोड़ दिया गया। लोगों ने बताया कि ऐसे में लोगों में भय व्याप्त है। इधर, सीओ की तबीयत खराब होने से उनसे बात नहीं हो सकी। बता दें कि इससे पूर्व एक प्रवासी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।  


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