ग्रामीण महिलाओं में काम करने की क्षमता, उन्हें मिले अवसर: किसान चाची
पद्मश्री से सम्मानित किसान चाची महिलाओं के स्वावलंबन पर मुख्यमंत्री से करेंगी बात। ग्रामीण महिलाओं में भरपूर ऊर्जा सदुपयोग का अपेक्षित अवसर नहीं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। दिल्ली में पद्मश्री सम्मान से सोमवार को राजकुमारी देवी उर्फ किसान चाची सम्मानित हुईं। तो वे बेहद खुश थीं। सम्मानित होने के बाद दिल्ली में कृषि मंत्री के आवास पर भी एक सम्मान समारोह में उनको सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर फोन से हुई बात में उनका कहना है कि अब जिले को और भी किसान चाची की जरूरत है। हमारे जिले की ग्रामीण महिलाओं में काम करने की क्षमता और ऊर्जा भी है। लिहाजा सरकार से पहल हो। तो जिस तरह जहां चाह है वहां राह भी के मुहावरे को उन्होंने सच कर दिखाया उसी तरह अन्य भी कर सकती हैं।
वे कहती हैं कि मुख्यमंत्री से बातचीत का मौका मिलेगा तो इसके लिए पहल की अपील करेंगी। लिज्जत पापड़ की तरह महिला कृषि उद्योग स्थापित कराने का अनुरोध करेंगी, ताकि बिहार नारी स्वावलंबन और सशक्तीकरण की मिसाल बन सके।
कहती हैं कि ग्रामीण महिलाओं में भरपूर ऊर्जा है, लेकिन इसके सदुपयोग का अपेक्षित अवसर नहीं मिल रहा। फिर भी जो अवसर मिलता है, उसमें वे बेहतर कर रही हैं। कृषि क्षेत्र में महिलाएं भी काफी तेजी से आगे बढ़ी हैं। हर प्रखंड में महिला किसानों की जमात तैयार है। इन्हें खेती के अलावा कृषि आधारित कुटीर उद्योग की स्थापना के लिए भी पर्याप्त अवसर मिले।
बाजार की हो सुविधा
बेल और आंवले के मुरब्बे के स्वाद से पीएम, सीएम से लेकर सुपर स्टार अमिताभ बच्चन तक को प्रभावित करने वाली किसान चाची कहती हैं कि आज के दौर में घरेलू उत्पाद की बिक्री को बढ़ावा मिले। केंद्र व राज्य सरकार निर्यात प्रोत्साहन की दिशा में उचित अवसर प्रदान करे। हर घर में महिलाओं द्वारा निर्मित अचार, मुरब्बा के लिए बाजार उपलब्ध हो।
आनंदपुर गांव में जमकर उड़े अबीर गुलाल
सरैया प्रखंड की मनिकपुर पंचायत के आनंदपुर में किसान चाची को पद्मश्री से सम्मानित होने की खबर मिलते ही खुशी की लहर फैल गई। उनके साथ काम करने वाली महिलाएं आवास पर पहुंच गई। जमकर अबीर व गुलाल एक दूसरे को लगाया। अब उनके दिल्ली से यहां आने की प्रतीक्षा है। तब फिर जमकर एक दूसरे संग होली खेली जाएगी।