खगड़िया मुठभेड़ : मधुबनी निवासी जख्मी सिपाही दुर्गेश के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल
खजौली थाना क्षेत्र अंतर्गत करमौली टोल विजयपुर में मां व पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं दुर्गेश।
By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 13 Oct 2018 07:39 PM (IST)Updated: Sat, 13 Oct 2018 10:35 PM (IST)
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। खगड़िया-नवगछिया सीमा पर सलारपुर मोजमा दिआरा में शुक्रवार की देर रात अपराधियों से हुई मुठभेड़ में घायल बिहार पुलिस के मधुबनी निवासी जवान दुर्गेश कुमार यादव (25) खजौली थाना क्षेत्र अंतर्गत करमौली टोल विजयपुर के रहने वाले हैं। कृषक किसन यादव व गृहिणी सुकृत देवी के पुत्र दुर्गेश तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं। पूरे परिवार की जिम्मेवारी उनके कंधों पर है।
दुर्गेश बचपन से ही अपने दायित्व के प्रति लगनशील हैं। उनकी लगनशीलता के कारण ही वर्ष 2013 में बिहार पुलिस सेवा में उनकी नियुक्ति हुई। वे खगड़िया के पसराहा थाना में पदस्थापित हैं। नौकरी के कुछ दिन बाद ही वर्ष 2013 में उनकी शादी दरभंगा जिले के कवरिया गांव में हुई। दुर्गेश के दो बच्चे हैं। उनकी पत्नी व बच्चे अभी मायके में हैं।
दुर्गेश के साथ घटी घटना की जानकारी उनके माता-पिता को शनिवार की सुबह में मिली। उनके चचेरे भाई उग्रेश कुमार यादव ने फोन पर यह बात बताई। घटना की जानकारी मिलते ही उनके माता-पिता काफी चिंतित हो गए। उनकी माता का रो रोकर बुरा हाल है। हालांकि दुर्गेश से हुई बातचीत के बाद परिवारवालों को थोड़ी तसल्ली हुई है। दुर्गेश को दाहिने जांघ में गोली लगी है। फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। उनकी मां कहती हैं कि पूरे परिवार की जिम्मेवारी उनके कंधों पर है। उनके दोनों भाई अभी पढ़ रहे हैं। दुर्गेश के घर अभी आसपास के लोगों के आने जाने का तांता लगा हुआ है। लोग उनके माता पिता को उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
दुर्गेश बचपन से ही अपने दायित्व के प्रति लगनशील हैं। उनकी लगनशीलता के कारण ही वर्ष 2013 में बिहार पुलिस सेवा में उनकी नियुक्ति हुई। वे खगड़िया के पसराहा थाना में पदस्थापित हैं। नौकरी के कुछ दिन बाद ही वर्ष 2013 में उनकी शादी दरभंगा जिले के कवरिया गांव में हुई। दुर्गेश के दो बच्चे हैं। उनकी पत्नी व बच्चे अभी मायके में हैं।
दुर्गेश के साथ घटी घटना की जानकारी उनके माता-पिता को शनिवार की सुबह में मिली। उनके चचेरे भाई उग्रेश कुमार यादव ने फोन पर यह बात बताई। घटना की जानकारी मिलते ही उनके माता-पिता काफी चिंतित हो गए। उनकी माता का रो रोकर बुरा हाल है। हालांकि दुर्गेश से हुई बातचीत के बाद परिवारवालों को थोड़ी तसल्ली हुई है। दुर्गेश को दाहिने जांघ में गोली लगी है। फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। उनकी मां कहती हैं कि पूरे परिवार की जिम्मेवारी उनके कंधों पर है। उनके दोनों भाई अभी पढ़ रहे हैं। दुर्गेश के घर अभी आसपास के लोगों के आने जाने का तांता लगा हुआ है। लोग उनके माता पिता को उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
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