Move to Jagran APP

कनूप्रिया एमडीडीएम और ममता रानी होंगी आरबीबीएम की प्राचार्य, जानिए बदलाव की पूरी कहानी

प्रभारी कुलपति आवास पर दिनभर चली मैराथन बैठक में देर शाम निर्णय हुआ। आरबीबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता रानी को उनके मूल विभाग यानी पीजी होम साइंस में वापस कर दिया गया है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 02:31 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 02:31 PM (IST)
कनूप्रिया एमडीडीएम और ममता रानी होंगी आरबीबीएम की प्राचार्य, जानिए बदलाव की पूरी कहानी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एमडीडीएम कॉलेज की नई प्राचार्य डॉ.कनू प्रिया को बनाया गया है। वहीं वर्तमान प्राचार्य डॉ. ममता रानी अब आरबीबीएम की प्राचार्य होंगी। प्रभारी कुलपति आवास पर दिनभर चली मैराथन बैठक में देर शाम निर्णय हुआ। आरबीबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता रानी को उनके मूल विभाग यानी पीजी होम साइंस में वापस कर दिया गया है।

loksabha election banner

राजभवन से संचिका वापस

कुलपति डॉ.आरके मंडल ने बताया कि एमडीडीएम की प्राचार्य डॉ.ममता रानी को अवधि विस्तार नहीं मिला। राजभवन ने स्थानांतरण करने के लिए फाइल को वापस कर दिया था। एक कॉलेज में प्राचार्य का कार्यकाल अधिकतम पांच साल का होता है। प्राचार्य डॉ. रानी अपना कार्यकाल सितंबर में ही पूरा कर ली थी। इसलिए वहां पर नए प्राचार्य की नियुक्ति करते हुए उनके स्थानांतरण पर समिति ने अपना निर्णय दिया है। प्राचार्य डॉ.ममता रानी ने बताया कि वह जिस कॉलेज में रहीं वहां का शैक्षणिक स्तर बेहतर रहा। अब आरबीबीएम को भी बेहतर बनाया जाएगा। वहां नए वोकेशनल कोर्स भी शुरू होंगे।

डॉ.प्रिया थीं वरिष्ठ

कुलपति आवास से मिली जानकारी के अनुसार डॉ.कनू प्रिया विवि अंग्रेजी पीजी विभाग में वरिष्ठ प्राध्यापक थीं। इसी आधार पर उनकों वहां से एमडीडीएम प्राचार्य के पद पर भेजा गया है। जानकारों की मानें तो डॉ.प्रिया की मां डॉ.सुनीति पांडेय एक दशक से ज्यादा समय तक एमडीडीएम की प्राचार्य रही हैं। डॉ. प्रिया ने बताया कि महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी व छात्रों के सहयोग से नैक मूल्यांकन में बेहतर अंक दिलाना तथा परिसर में शिक्षा के माहौल को मजबूत करना पहला लक्ष्य होगा।

डॉ.संगीता का जाना चर्चा में

आरबीबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ.संगीता रानी ने अपने योगदान के बाद नैक मूल्यांकन को लेकर तैयारी कराई तथा टीम दो दिवसीय निरीक्षण कर 14 दिसंबर को वापस हुई। शाम उनको पद से हटाने के बाद तरह-तरह की चर्चा होती रही।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.