क्या आपके इलाके में भी नल-जल योजना में गड़बड़ी है...अब एक क्लिक में खुल जाएगी पोल
बिहार के सीएम नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना में व्यापक रूप से अनियमितता की सूचनाएं आती रहती हैं। मुजफ्फरपुर में इसकी निगहबानी के लिए एक खास व्यवस्था की गई है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक क्लिक में गड़बड़ी पकड़ में आ जाएगी।
मुजफ्फरपुर, [ प्रेम शंकर मिश्र ]। नल-जल योजना की निगरानी के लिए अब कड़ी मेहनत नहीं करनी होगी। एक जगह से ही सभी योजनाओं की मानीटरिंग हो जाएगी। इसके लिए जिला पंचायती राज कार्यालय में सिस्टम लगाया जा रहा है। इस सिस्टम को नल-जल योजना में लगाए गए आइओटी (इंटरनेट आफ थिंग्स) डिवाइस से जोड़ा गया। इस सिस्टम में एक क्लिक से पता चल जाएगा कि किस वार्ड में कितने समय के लिए पानी को मोटर चलाया गया। इससे यह भी पता चल सकेगा कि नल-जल योजना क्रियाशील है या नहीं।
एजेंसी ने देर से शुरू किया काम
पंचायती राज कार्यालय ने पिछले वर्ष मार्च में सेजर वेब टेक्नोलाजी एजेंसी को जिले के करीब 51 सौ वार्ड में आइओटी डिवाइस लगाने का कार्य दिया था। इसके लिए 36 लाख रुपये भी उपलब्ध कराए गए। एजेंसी ने पिछले वर्ष कोई काम नहीं किया। इस वर्ष कुढ़नी और सरैया में इसे लगाया गया। एजेंसी के अनुसार दोनों प्रखंडों में 626 में डिवाइस लगाए जाने थे। इनमें से 586 में ही इसे लगाया जा सका है। एजेंसी को अब भी 45 सौ के करीब योजना में इस डिवाइस को लगाना है।
40 वार्ड में योजना पूर्ण नहीं
आइओटी डिवाइस लगाने के क्रम में यह बात भी सामने आई कि दोनों प्रखंडों में 40 वार्ड में योजना क्रियान्वित नहीं है। इस कारण यहां डिवाइस नहीं लगाए जा सके। जबकि पंचायती राज विभाग कार्यालय ने सरकार को भेजी रिपोर्ट में सभी योजनाएं पूर्ण होने की बात कही है। इससे पूर्व में भेजी गई रिपोर्ट पर भी सवाल उठ रहा है। इस मामले में जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुषमा कुमारी ने कहा कि डिवाइस लग जाने के बाद योजना की जानकारी हमेशा मिलती रहेगी। कहीं गड़बड़ी सामने आती है तो उसकी जांच तुरंत हो जाएगी।