जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यकाल की होगी जांच, विभाग के निदेशक प्रशासन ने जारी किया आदेश
निदेशक प्रशासन ने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक से तीन दिनों के अंदर मांगी रिपोर्ट, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक की रिपोर्ट को कहा खानापूरी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिला शिक्षा पदाधिकारी ललन प्रसाद सिंह के कार्यकाल की जांच होगी। इसका आदेश शिक्षा विभाग के निदेशक प्रशासन ने जारी किया है। निदेशक प्रशासन ने तिरहुत प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को जांच की जिम्मेवारी सौंपी है। तीन दिनों के अंदर साक्ष्य सहित जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। विभाग के इस कदम से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय व डीपीओ स्थापना कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
डीईओ पर लगे है वित्तीय अनियमितता सहित कई अन्य गंभीर आरोप
जिला शिक्षा अधिकारी पर वित्तीय अनियमितता के अलावा कई अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं। क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने मामले की जांच की। निदेशक प्रशासन को जांच रिपोर्ट भेजी गई। उन्होंने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक की रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए खानापूरी करार दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी की ओर किए गए अवैध भुगतान, भ्रष्ट्राचार, स्वेच्छाचारिता व व्यापक अनियमितता की जांच की कार्रवाई तीन दिनों के अंदर पूरा करने को कहा है।
डीईओ के कार्यकाल के अलावा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के पद रहते हुए अनियमितता मामले की जांच होनी है। बिंदूवार जांच कर साक्ष्य सहित प्रतिवेदन आरोप पत्र गठित कर भेजने को कहा है। ताकि उच्चाधिकारी को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के तहत कार्रवाई की जा सकें।
गायघाट के 54 शिक्षकों के दो-दो बार वेतन निकासी का आरोप
परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने आरोप लगाया कि गायघाट प्रखंड के 54 शिक्षकों का दो-दो बार वेतन की निकासी की गई है। सरकार के खाते से इन शिक्षकों के वेतन मद में करीब 30 लाख रुपये की अवैध निकासी की गई है। दो मृत शिक्षकों को कई महीने तक वेतन भुगतान होते रहा है। इसके अलावा प्रखंड शिक्षा अधिकारी की अनुशंसा के बगैर मड़वन की एक शिक्षक का सप्तम वेतन निर्धारण कर दिया गया। जबकि उनकी सेवा निरंतर नहीं है।