दरभंगा को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर विकसित करने की पहल तेज, अंतिम दौर में एप्रोन निर्माण का कार्य
Darbhanga Airport News उड़ान योजना के तहत स्थापित दरभंगा एयरपोर्ट से देश में सबसे ज्यादा यात्रियों ने किया सफर। अगले महीने से एक साथ एयरपोर्ट पर खड़े किए जा सकेंगे एक से अधिक हवाई जहाज एप्रोन निर्माण का कार्य अंतिम दौर में।
दरभंगा, जासं। दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर विकसित करने व वर्तमान में यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए विभागीय स्तर पर कवायद तेज हो गई है। इस महीने के अंत तक यहां एप्रोन निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसी के साथ अगले महीने यहां एक से अधिक हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकेंगे। इन सबके बीच भूमि अधिग्रहण की कवायद भी तेज हो गई है। स्थानीय सांसद गोपालजी ठाकुर ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर दरभंगा एयरपोर्ट से संबंधित सभी समस्याओं को विस्तार से बताया है। इसपर रक्षा मंत्रालय के स्तर पर तेज गति से कार्रवाई हो रही है। बताते हैं कि कि दरभंगा एयरपोर्ट के जमीन अधिग्रहण को लेकर हो रही कठिनाइयों को सभी स्तरों पर जल्द दूर किया जाएगा।
विकास को चाहिए विशेष प्लानिंग
दरभंगा एयरपोर्ट के लिए विशेष प्लानिंग की आवश्यकता पर बल दिया गया है। ताकि, इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा सके। सांसद गोपालजी ठाकुर इस बाबत बताते हैं - इसके लिए एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की स्पेशल और टेक्निकल टीमों द्वारा पुनः एयरपोर्ट का निरीक्षण किया जाना आवश्यक है। उड़ान योजना अंतर्गत देश में कई एयरपोर्ट बने है। लेकिन, मिथिला की हृदयस्थली दरभंगा एयरपोर्ट से देश में उड़ान योजना के तहत देश बने सभी एयरपोर्ट से अधिक यात्री सफर कर रहे हैं। देश की कुल यात्री संख्या के 30 फीसद लोग दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा का लाभ लिया है।
नीलगायों को हटाने की प्रक्रिया शुरू
स्थानीय एयरपोर्ट पर कायम समस्याओं को दूर करने के लिए गुरुवार को सांसद ने परिसर में स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान नीलगाय सहित अन्य जंगली पशुओं को वहां से अविलंब हटाने तथा सुरक्षा के दृष्टिकोण से एनएच के बगल के बाउंड्री वॉल की ऊंचा किए जाने पर चर्चा की। मौके पर अधिकारियों ने बताया कि 31 जनवरी तक एप्रन का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद दो हवाई जहाज एक साथ एयरपोर्ट पर खड़े किए जा सकते हैं।
रन-वे पर रोशनी का इंतजाम ठीक करने की कवायद
बताया कि दरभंगा एयरपोर्ट पर कार्गो कॉम्पलेक्स बनाने की जरूरत है। स्टाफ और एयरपोर्ट परिसर में सीसी कैमरों को बढ़ाने, यात्रियों की सुविधा हेतु उपयुक्त पार्किंग व्यवस्था कराने की बात कही। इस एयरपोर्ट की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए निकट भविष्य में बड़े टर्मिनल भवन की जरूरत होगी, इसके लिए टर्मिनल भवन को बढ़ाने व बड़ा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रन-वे लाइट का काम बहुत जल्द पूरा होगा जिससे रात्रि में भी विमानों का परिचालन होगा।
स्थापना के वक्त से एयरपोर्ट पर सुविधाओं के विस्तार की हो रही वकालत
याद रहे कि 8 नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट के उड़ने के साथ एयरपोर्ट को विकसित करने की दिशा में लगातार केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर पहल हो रही है। आरंभ में स्पाइस जेट की सेवा आरंभ हुई। अब शीघ्र इस एयर स्टेशन से इंडिगो समेत अन्य विमान कंपनियों की सेवा शुरू हो सकती है। इसकी तैयारी विभिन्न स्तरों पर चल रही है।