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पश्चिम चंपारण में सीमा पर तोड़े गए नाले को जबरन बांधेंगे भारतीय किसान

West Champaran पानी विवाद का समाधान होता नहीं देख किसानों ने बदली आंदोलन की रणनीति। बैठक में सर्वसम्मति से किसानों ने लिया निर्णय। मंगलवार को नाला बांध कर पानी लाने की तैयारी में जुटे किसान। सातवें दिन भी बार्डर पर लोगों की आवाजाही पर रही रोक।

By JagranEdited By: Dharmendra Kumar SinghPublished: Sun, 25 Sep 2022 10:46 PM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2022 10:46 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में सीमा पर तोड़े गए नाले को जबरन बांधेंगे भारतीय किसान
पश्‍चिम चंपारण में सीमा पर नाला विवाद को लेकर बैठक करते किसान। फोटो-जागरण

नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण), जासं।  भारत- नेपाल सीमा के भिखनाठोरी में उजला पहाड़ी के समीप नाला का विवाद तूल पकड़ रहा है। भारतीय किसानों ने सीमा से नेपालियों के प्रवेश को रोकने के लिए आंदोलन के सातवें दिन एक विशेष बैठक की। सीमा पर आंदोलन जारी रखते हुए बैठक में काफी संख्या में किसान शामिल हुए। बीते एक सप्ताह में पानी की समस्या के समाधान को लेकर नेपाली अधिकारियों और नागरिकों के साथ हुई वार्ता में वे (नेपाली) तोड़े गए नाला को चालू नहीं करने की बात पर अड़े रहे। पुल के नीचे से नाला निकालने से किसानों की समस्या का समाधान नहीं होगा। उससे ऊंचाई होकर पानी ले जाना मुश्किल होगा।

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फसलों के लिए नाले को बांधकर लाया जाएगा पानी  

किसान प्रतिनिधियों ने बैठक में अब तक हुई वार्ता को बिंदुवार रखा। इसके बाद किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि मंगलवार को उस तोड़े गए नाले को बांधकर फसलों के लिए पानी लाया जाएगा। किसानों ने उम्मीद जताई कि नेपाली इसमें सहयोग करेंगे। किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं करेंगे। किसानों ने यह भी निर्णय लिया कि यदि नाला को बांधने में व्यवधान उत्पन्न किया गया तो भारतीय क्षेत्र से जा रहे उनके नाले को भी बंद कर दिया जाएगा। अध्यक्षता पूर्व जिप अध्यक्ष सह किसान शैलेंद्र गढ़वाल ने की। किसानों ने यह भी कहा कि यदि पानी आने नहीं दिया गया तो भिखनाठोरी से भंगहा बॉर्डर तक रास्ते पर सख्ती बढ़ाएंगे। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि इसका समाधान जल्द ही हो जाएगा।

धमौरा मुखिया राम बिहारी महतो, जमुनिया मुखिया विक्की गढ़वाल, पूर्णमासी माझी, छोटेलाल यादव, सुरेश महतो, मधुरेश महतो, गणेश महतो ने बताया कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहा है। कोई भी अधिकारी किसानों की समस्या के समाधान के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं कर रहा है। मौके पर खैरटिया, भवानीपुर, एकवा, सुपौली सहित आधा दर्जन गांवों से सैकड़ों महिला व पुरुष किसान उपस्थित रहे। उधर किसानों द्वारा नाले को बांधने के निर्णय के बाद बॉर्डर पर तनाव बढ़ने की संभावना हो गई है। बीडीओ अजय प्रकाश राय, सहोदरा थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने भिखनाठोरी में स्थिति का जायजा लिया।


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