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बस अड्डों की हो रही अनदेखी, किराए के साथ दुश्वारियां भी बढ़ीं

यात्री सुविधाओं में हो इजाफा बस अड्डों की संवरे सूरत। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं सुरक्षा का भी रखा जाए ख्याल।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 10:49 AM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 10:49 AM (IST)
बस अड्डों की हो रही अनदेखी, किराए के साथ दुश्वारियां भी बढ़ीं
बस अड्डों की हो रही अनदेखी, किराए के साथ दुश्वारियां भी बढ़ीं

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर स्मार्ट सिटी बन रहा। रेलवे स्टेशन की सूरत बदल रही, मगर बस अड्डों की लगातार अनदेखी हो रही। शहर में दो बस अड्डे हैं-बैरिया बस स्टैंड निजी है तो इमली चट्टी सरकारी। सादिया तबस्सुम ने कहा कि दोनों ही अड्डों की बदहाली देखकर व्यवस्था पर रोना आता है। यात्री सुविधाओं का यहां घोर अभाव है। मुसाफिरों को कुछ घंटे रुकना पड़ जाए तो सुरक्षा और सेहत दोनों खतरे में पड़ जाए।

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 एलएस कॉलेज के बीएमसी विभाग में दैनिक जागरण की ओर से गुरुवार को आयोजित 'चुनावी चौपालÓ में ये बातें सामने आईं। निधि कुमारी, नेहा कुमारी, किरण कुमारी का कहना है कि किराया बढ़ता गया मगर सुविधाएं नहीं। बस स्टैंड की सुंदरता भी बढ़े। स्टैंड में नालियां तो बनी हैं पर उससे जल निकासी नहीं होता। पूरे बस स्टैंड की स्थित नारकीय है। प्रिंस कुमार ने कहा कि लाखों रुपये उपार्जन करने के बाद भी इसकी स्थिति सुधर नहीं रही है।

इन्होंने लिया भाग 

डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह, डॉ. ललित किशोर, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. विनित कुमार, डॉ. मनोज कुमार, गोल्डी कुमारी, संगीता राय, अंकुर कुमार, अपूर्वा आर्या, मुन्ना कुमार, अविनाश कुमार, विपिन कुमार, आदर्श झा, प्रिंस कुमार, सूर्य प्रताप सिंह, संजय कुमार शर्मा, सादिया तब्बसुम, नेहा कुमारी, आशा कुमारी, किरण कुमारी, कुमारी अमृता।

बदहाली पर रोना आ जाए 

बीएमसी के को-ऑर्डिनेटर डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि बस अड्डे अव्यवस्थाओं के अंधेरे से जूझ रहे हैं। वहीं अधिकारी सफेद झूठ का पर्दा डालने में जुटे हैं। साफ-सफाई, शौचालय, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग, बिजली-बत्ती, सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा इंतजाम तो होने ही चाहिए। पूछताछ काउंटर, ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था भी होनी चाहिए। बस किराये में बेतहाशा वृद्धि की गई है। मगर यात्री सुविधाएं अब भी आदम युगवाली हैं।

 शिक्षक डॉ. ललित किशोर ने कहा कि न जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर गया और न ही किसी राजनीतिक दल ने अपने एजेंडे में शामिल किया। जनता यदि इसे चुनावी मुद्दा बनाए तो कुछ न कुछ फलाफल भी निकलेगा।

 शिक्षक डॉ. मनोज कुमार ने बोला कि नाले और शौचालय का पानी पूरे स्टैंड में फैला रहता है। यात्री शेड में दुकानें सजती हैं। यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है और सुविधाएं कुछ भी नहीं।


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