पूर्व मेयर समीर हत्याकांड में आशुतोष शाही से फिर पूछताछ, तीन बार पहले भी हो चुकी है पूछताछ
समीर के सिंडिकेट से जुड़े हैं आशुतोष, प्रॉपर्टी व्यवसाय में भी रहे हैं पार्टनर। सुशील छापडिय़ा के बयान में उनका आ चुका है नाम।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। पूर्व मेयर समीर हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने को लेकर सिटी एसपी व नगर थाने की पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही से करीब एक घंटे तक पूछताछ की। आधा दर्जन बिंदुओं पर उनसे पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया। बताया गया कि सिटी एसपी के निर्देश पर आशुतोष को कॉल कर नगर थाने पर बुलाया गया था। गुरुवार की शाम वह सुरक्षा गार्ड के घेरे में नगर थाने पर पहुंचे। थानाध्यक्ष के कमरे में उनसे छह बिंदुओं पर पूछताछ की गई। पूछताछ करने वालों में सिटी एसपी के साथ नगर थानेदार धनंजय कुमार व केस के आइओ धीरज कुमार भी शामिल थे।
सिटी एसपी ने केस के जांच अधिकारी को कई बिंदुओं पर निर्देश दिए थे। इसके तहत आशुतोष शाही से थाने पर बुलाकर कई बिंदुओं पर पूछताछ की गई। इसके पूर्व भी उनसे पुलिस तीन बार पूछताछ कर चुकी है। मालूम हो कि एक करोड़ के ठगी में जेल में बंद सुशील छापडिय़ा के स्वीकारोक्ति बयान में समीर के पार्टनर के रूप में उनके संबंध में बताया गया है। आशुतोष के साथ सुशील भी समीर के सिंडिकेट से जुड़े रहे हैं। सुशील के बयान के बाद साजिशकर्ता के रूप में श्यामनंदन मिश्रा का नाम आने के बाद उसको गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। दूसरी ओर श्यामनंदन के बयान का कॉपी सील बंद कर कोर्ट में भेजा जा चुका है।
बयान अभी भी सील बंद है। सील खुलने के बाद श्यामनंदन के बयान का पर्दाफाश होगा। वैसे अब तक की जांच में पुलिस सुशील छापडिय़ा को भी इस केस में रिमांड कर चुकी है। पुलिस का कहना है कि जब समीर के सिंडिकेट से सुशील जुड़े थे और शूटर की तरफ से हत्या की साजिश रची गई। तब पार्टनर के नाते सुशील ने समीर को क्यों नहीं अलर्ट कराया। अगर नहीं कराया तो वह भी साजिश में शामिल हंै। इसके मद्देनजर पुलिस ने सुशील को इस केस में आरोपित किया है।
पुलिस की तरफ से संभावना जताई गई है कि साक्ष्य सामने आने के बाद आशुतोष शाही को भी इस केस में आरोपित किया जा सकता है। इसके लिए साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। दूसरी ओर शूटरों की तरफ से आशुतोष के जान को खतरे की आशंका को देखते हुए प्रशासन की ओर से अंगरक्षक भी मुहैया कराया जा चुका है। पूछताछ के बाद शाम में उनको इस शर्त पर छोड़ा गया कि शहर में रहेंगे। अगर कहीं जाना पड़े तो पुलिस को सूचना देकर जाएंगे। बता दें कि कल्याणी जमीन के विवाद को लेकर समीर की हत्या की बात सामने आई है।