मुजफ्फरपुर में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की योजनाओं के कार्यों की महीने में तीन बार होगी जांच
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव ने जिलाधिकारी को जारी किया पत्र। छोटे और बड़े शिकायतों के निराकरण के क्रम में संवेदक को आर्थिक दंड दिया गया की नहीं। पूर्ण योजनाओं का निरीक्षण एक बार खत्म होने के बाद ही अपूर्ण योजनाओं का निरीक्षण किया जा सकता है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के कार्यो की हर महीने में तीन बार जांच की जाएगी। इसको लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि हर 10 दिन में दो दिन या महीने में कम से कम तीन बार इस योजनाओं की जांच कराई जाए। जांच दल में जिला स्तरीय पदाधिकारी,अनुमंडलाधिकारी व वरीय उप समाहर्त्ता को रखा जाएगा।
योजनाओं का निरीक्षण
कहा गया कि इस योजनाओं में बड़े पैमाने पर गुणवता की जांच कराई जाए। साथ ही तत्काल अपूर्ण योजनाओं का निरीक्षण नहीं कराया जाए। पूर्ण योजनाओं का निरीक्षण एक बार खत्म होने के बाद ही अपूर्ण योजनाओं का निरीक्षण किया जा सकता है। विभाग के सभी कार्यपालक अभियंताओं को निरीक्षण का अनुपालन सात दिनों में पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद पुन : उसका निरीक्षण कराकर संतुष्ट हो लिया जाए कि सही से अनुपालन हुआ की नहीं। इसमें ये भी देखा जाए कि छोटे और बड़े शिकायतों के निराकरण के क्रम में संवेदक को आर्थिक दंड दिया गया की नहीं। हर दस दिन में जांच का प्रतिवेदन विभाग को भी भेजा जाएगा।
नल जल योजना की जांच
बता दें कि विभाग के पूर्व में दिए गए निर्देश के तहत पांच दिसंबर को जिले के विभिन्न प्रखंडों से संबंधित पंचायतों में पंचायती राज विभाग के द्वारा कराए गए हर घर नल का जल योजना की एक साथ जांच कराई गई थी। जिसकी जांच रिपोर्ट पंचायती राज पदाधिकारी के माध्यम से समेकित प्रतिवेदन जिलाधिकारी को भेजा जाएगा। बता दें कि इस योजना में विभिन्न पंचायतों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिली थी। इसके बाद जांच शुरू कराई गई है। जिसमें अब और तेजी लाई जाएगी। चुनाव के दौरान यह बहुत बड़ा मुद्दा बन गया था। इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार की बहुत आलोचना हुई थी। इसके बाद से ही उम्मीद की जा रही थी कि नई सरकार नल जल योजना के बारे में पूरी जांच करेगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।