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मधुबनी में इस वजह से बकाया टैक्स वसूली में नगर परिषद प्रशासन का छूट रहा पसीना

नगर परिषद प्रशासन को 2.14 करोड़ रुपये बकाया टैक्स वसूलना शेष। निजी होल्डिंग की संख्या-15600 तो सरकारी की संख्या-108। निजी होल्डिंग सरकारी होल्डिंग बाजार किराया मोबाइल टावर से भी नहीं होती ससमय टैक्स की वसूली। इससे हो रही परेशानी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 06:39 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 06:39 AM (IST)
सरकारी होल्डिंग टैक्स के रुप में नगर परिषद प्रशासन फूटी कौड़ी तक वसूल नहीं पाई है। फोटो : जागरण

मधुबनी, जेएनएन। नगर परिषद प्रशासन को बकाया टैक्स वसूलने में पसीना छूट रहा है। लाख प्रयास के बाद भी नगर परिषद प्रशासन को अभी भी दो करोड़ 14 लाख 24 हजार 436 रुपये बकाया टैक्स वसूलना शेष बचा ही हुआ है। नगर परिषद प्रशासन को गत वित्तीय वर्ष 2019-20 की अवशेष राशि 99 लाख 58 हजार 402 रुपये एवं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 की मांग एक करोड़ 65 लाख 55 हजार 377 रुपये अर्थात कुल दो करोड़ 65 लाख 13 हजार 779 रुपये इस वित्तीय वर्ष में वसूल किया जाना है। लेकिन, चालू वित्तीय वर्ष में बीते अक्टूबर माह तक 50 लाख 89 हजार 343 रुपये ही बकाया टैक्स की वसूली की जा सकी। इस प्रकार नगर परिषद प्रशासन को अभी भी दो करोड़ 14 लाख 24 हजार 436 रुपये वसूल करना शेष है।

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सरकारी होल्डिंग टैक्स की भी नहीं हो पा रही वसूली

निजी होल्डिंग टैक्स की बात तो दूर, सरकारी होल्डिंग टैक्स की भी वसूली ससमय नगर परिषद या तो नहीं कर पाती है या फिर सरकारी होल्डिंग धारक ससमय नगर परिषद को टैक्स का भुगतान ही नहीं कर पाते हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 का सरकारी होल्डिंग टैक्स 38 लाख 18 हजार 101 रुपये और वित्तीय वर्ष 2020-21 का सरकारी होल्डिंग टैक्स नौ लाख 43 हजार 126 रुपये अर्थात कुल 47 लाख 61 हजार 227 रुपये बकाया है। कई माह से सरकारी होल्डिंग टैक्स के रुप में नगर परिषद प्रशासन फूटी कौड़ी तक वसूल नहीं पाई है। सरकारी होल्डिंग की संख्या 108 है।

71.32 लाख निजी होल्डिंग कर भी बकाया

निजी होल्डिंग की संख्या 15 हजार 600 है। वित्तीय वर्ष 2019-20 का निजी होल्डिंग टैक्स 26 लाख 31 हजार 455 रुपये वसूल करना शेष बचा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 की मांग निजी होल्डिंग टैक्स मद में 64 लाख 64 हजार 247 रुपये है। इस प्रकार चालू वित्तीय वर्ष में निजी होल्डिंग टैक्स के रुप में 90 लाख 95 हजार 702 रुपये वसूल करनी है। लेकिन, बीते अक्टूबर तक निजी होल्डिंग टैक्स के रुप में 19 लाख 63 हजार 941 रुपये की ही वसूली की जा की है। इस प्रकार निजी होल्डिंग टैक्स का कुल बकाया 71 लाख 31 हजार 761 रुपये अभी भी नगर परिषद प्रशासन को वसूल करना है।

बाजार किराया और मोबाइल टावर पर भी बकाया

बाजार किराया के मद में भी गत वित्तीय वर्ष 2019-20 का 21 लाख 90 हजार 397 रुपये बकाया है। चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 की मांग 27 लाख 28 हजार चार रुपये है। इस प्रकार बाजार किराया मद में चालू वित्तीय वर्ष में कुल 49 लाख 18 हजार 401 रुपये वसूल करना है, लेकिन अक्टूबर तक केवल 15 लाख 30 हजार 574 रुपये ही वसूल की जा सकी है। जिस कारण बाजार किराया मद में नगर परिषद प्रशासन को अभी भी 33 लाख 87 हजार 827 रुपये वसूल करना शेष है। बाजार किराया के लिए होङ्क्षल्डग की संख्या 230 है। वहीं, नगर परिषद क्षेत्र में मोबाइल टावर की संख्या 29 है। मोबाइल टावर पर गत वित्तीय वर्ष का बकाया टैक्स 12 लाख रुपये एवं चालू वित्तीय वर्ष की मांग 2.90 लाख रुपये है। इस प्रकार मोबाइल टावर से कुल बकाया टैक्स 14.90 लाख रुपये चालू वित्तीय वर्ष में वसूल की जानी है, लेकिन अब तक इस मद में फूटी कौड़ी भी नगर परिषद प्रशासन वसूल नहीं कर पाई है। इसके अलावा लाइसेंस मद में एक 62 हजार 549 रुपये, विज्ञापन-होर्डिंग मद में 1.25 लाख रुपये, दाखिल-खारिज शुल्क मद में तीन लाख सात हजार 262 रुपये, भवन निर्माण शुल्क मद में 16 लाख 42 हजार 692 रुपये, श्रम सेस मद में 14 लाख 66 हजार 158 रुपये, जन्म-मृत्यु निबंधन शुल्क मद में 15 हजार 231 रुपये एवं विविध मद में नौ लाख 34 हजार 728 रुपये वसूल करना शेष बचा है। 


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