राजद ने कहा-देश की एकता व अखंडता में पटेल समाज की अहम भूमिका
एकजुटता व जागरुकता के बाद ही पटेल समाज का उत्थान संभव, साईं हासपीटल के निदेशक सम्मानित, कहा- बिहार में एकता नहीं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। राजद के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी रणकौशल प्रताप ङ्क्षसह उर्फ गुड्डू ङ्क्षसह ने कहा है कि पटेल समाज का इतिहास गौरवशाली रहा है। आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद दोनों ही समय में पटेल समाज का बलिदान व त्याग अविस्मरणीय है। सरदार पटेल ने भारत को एक सूत्र में बांधने का जो सार्थक प्रयास किया उसे कभी भूलाया नही जा सकता। वे शनिवार को बेतिया शहर के निकटवर्ती मछली लोक में आयोजित पटेल समाज की एक महती बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पटेल समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी मौजूदा समय में नहीं के बराबर है।
इसका मुख्य कारण यह है कि समाज के लोग एकजुट नहीं हो रहे हैं। समाज के लोग जब एकजुट और जागरुक होंगे तभी पटेल समाज का उत्थान संभव होगा। पटेल समाज के लोग सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक रूप से मजबूत तभी होंगे जब सभी चट्टानी एकता का परिचय देंगे। कहा कि शैक्षणिक परिवेश में भी अभी आगे आना होगा। सहयोग की भावना बढ़ानी होगी। दहेज व अन्य पुराने दकियानूसी विचारों का त्याग कर समाज को एकजुट होने का आह्वान किया।
वहीं इस मौके पर मुख्य अतिथि साईं हास्पीटल के निदेशक डाॅ: अखिलेश कुमार सिंह को सम्मानित भी किया गया। डॉ. अखिलेश ने कहा कि बिहार के बाहर जाकर पटेल समाज की एकता देखते ही बनती है। बिहार में पटेल समाज की आबादी कई विधानसभा व लोकसभा क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। इसके लिए हर सफल व समाज के आगे रहने वाले लोगों अपने समाज के लोगों को मदद करने हेतु आगे आना होगा। तभी पटेल समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी आबादी के हिसाब से प्राप्त होगा।
वहीं वक्ताओं ने पटेल समाज के उत्थान पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान पश्चिम चंपारण पटेल सेवा संघ के जिलाध्यक्ष पद हेतु सर्वसम्मति से अशोक कुमार पटेल को मनोनीत किया गया। मौके पर राजेश्वर पटेल, आत्मा पटेल, परमा पटेल, रमेश पटेल, विजय कुमार पटेल, यादोलाल पटेल, सुकेश पटेल सहित सैकड़ों की संख्या में संघ के लोग उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता अमवा मझार के पूर्व मुखिया दिलीप पटेल ने की।हजारी मैदान में स्थापित होगी सरदार पटेल की प्रतिमा
बैठक में सर्वसम्मति से शहर के हजारी मैदान में देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि इससे आनेवाली पीढिय़ों को अपनी प्रेरणा मिलती रहेगी। वहीं इसके साथ ही शहर के हजारी में पटेल छात्रावास के साथ चहारदीवारी के निर्माण का भी सर्वसममति से निर्णय लिया गया। नेताओं ने कहा कि समाज को आंदोलनात्मक कार्यों से अधिक रचनात्मक कार्यों पर ज्यादा जोर देना होगा। इससे समाज में जुड़ाव व विश्वास की नींव और अधिक मजबूत होगी।