स्मार्ट सिटी में होगी घरों के छतों पर बागवानी, योजना पर तैयारियां शुरू Muzaffarpur News
राज्य के पांच शहरों में मुजफ्फरपुर का भी हुआ चयन। उद्यान विभाग की योजना पर तैयारियां शुरू। प्रत्येक घर में कम से कम 300 वर्ग फुट जगह होनी चाहिए।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी में शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों के घरों में छतों पर बागवानी होगी। ताकि, पर्यावरण संरक्षण के अलावा लोगों को फल सब्जी की उपलब्धता हो सके। जिले के 200 घरों की छतों पर बागवानी होगी। प्रत्येक घर में कम से कम 300 वर्ग फुट में पेड़ पौधे लगाए जाएंगे। इस संबंध में आवश्यक प्रशिक्षण एवं योजना क्रियान्वयन पर कार्यशाला का आयोजन हो चुका है। जिला उद्यान पदाधिकारी कामता प्रसाद नोडल पदाधिकारी है।
योजना का मुख्य उद्देश्य व लाभ
शहरी क्षेत्रों में घर के छतों पर फल, फूल एवं सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देना है।
- लोगों को सब्जी, फल एवं फूलों के लिए उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
- उत्पादन में उच्च तकनीकी का उपयोग करना है।
- शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण सुधार व हरियाली विकसित करना है ।
चयनित शहर
पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर व नालंदा
लाभार्थी होंगे ये
पांचों शहर के वे लोग बागवानी कर सकेंगे, जिनका अपना घर होगा। आवेदक के घर में कम से कम 300 वर्ग फुट छत पर जमीन खाली होनी चाहिए।
ये है खास बातें
- प्रत्येक सीजन के अनुरूप सब्जियों, फलों एवं फूलों के बीज बोए जाएंगे।
- पॉट, कंटेनर, बड़े गमले एवं ट्रे में पौधे लगाएं जाएंगे।
- सब्जी बीज एवं पौधा तीनों मौसम का उपलब्ध कराया जाएगा।
- औषधीय एवं सुगंधित पौधे में लतादार, पत्तेदार के अलावा इंडोर एवं आउटडोर आदि भी लगाए जाएंगे।
- एक वर्षीय एवं बहुवर्षीय फलदार पौधे लगाए जाएंगे।
- ड्रीप सिंचाई पद्धति से सिंचाई की जाएगी।
- जैविक खाद का उपयोग पौधों में डाला जाएगा।
50 फीसद अनुदान मिलेगा
प्रत्येक चयनित घर में बागवानी के लिए 50 हजार रुपये का खर्च होगा। जिसमें 50 फीसद 25 हजार रुपये सरकार से अनुदान मिलेगा। यह अनुदान जांच दल के निरीक्षण के बाद ही मिलेगा।
इस बारे में मुजफ्फरपुर जिला उद्यान पदाधिकारी डॉ. कामता प्रसाद ने कहा कि 'योजना में आवेदन देने की कोई अंतिम तिथि नहीं है। आवेदकों को अपनी पात्रता के साथ आवेदन देना है। अभी 10 आवेदन आ चुके हैं।'