Muzaffarpur : कोरोना के होम आइसोलेशन मरीजों की जांच में लापरवाही, दोषियों पर कार्रवाई का आदेश
Muzaffarpur लापरवाही को गंभीर मानते हुए डीएम प्रणव कुमार ने सभी दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। सिविल सर्जन डीपीएम और आइटी मैनेजर को कर्मचारियों पर कार्रवाई करने को कहा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन जरूरी है।
मुजफ्फरपु, जासं। जिले में होम आइसोलेशन में रहने वालों कोरोना संक्रमितों की जांच में लापरवाही सामने आई है। संक्रमितों के शरीर का तापमान लेने के साथ ऑक्सीमीटर से एसपीओ के स्तर को रिकॉर्ड नहीं किया जा रहा है। लापरवाही को गंभीर मानते हुए डीएम प्रणव कुमार ने सभी दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। सिविल सर्जन, डीपीएम और आइटी मैनेजर को कर्मचारियों पर कार्रवाई करने को कहा है। स्थिति में सुधार नहीं होने पर उक्त पदाधिकारियों को भी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
जारी पत्र में डीएम ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले कोरोना संक्रमितों के शरीर का तापमान व एसपीओ स्तर नियमित रूप से जांच करते हुए उसका डाटा अपलोड किया जाना है। हिट एप पर समीक्षा में पाया गया कि इस मामले में लापरवाही बरती जा रही है। कोरोना मरीजों की न तो मॉनीटङ्क्षरग की जा रही ना डाटा अपलोड किया जा रहा है। पत्र में उन्होंने इसके लिए उक्त तीनों पदाधिकारियों द्वारा भी अभिरूचि नहीं लेने की बात कही है। उन्होंने स्थिति में सुधार करते हुए दोषी कर्मचारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई का आदेश दिया है।
दो सौ लोगों की हुई जांच, सभी निगेटिव
दरभंगा के कुशेश्वरस्थान पीएचसी सतीघाट में 200 लोगों की कोविड जांच हुई। इस दौरान सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरव आनंद ने बताया कि रैपिड एंटिजन कीट से हुई जांच में एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला। 50 लोगों का सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच के लिए डीएमसीएच भेजा गया है। उन्होंने बताया कि प्रखंड के विभिन्न वैक्सीनेशन शिविर में 180 लोगों को कोरोना से बचाव को ले टीका लगाया गया। जिसमें स्वास्थ्य उपकेंद्र आसो (हरिनगर) में 18 से 44 आयु वर्ग के 130 लोगों को टीका लगाया गया। वहीं, 45 वर्ष से अधिक उम्र के 40 लोगों को पीएचसी सतीघाट में तथा 10 लोगों को मोबाइल टीम के द्वारा टीका लगाया गया।