हाथियों के उत्पात से पश्चिम चंपारण के किसान परेशान, कई एकड़ में लगी फसलों को किया बर्बाद... WestChamparan News
पिछले कई दिनों से एकवा परसौनी और भतूजला सरेह में कायम है हाथियों का आतंक। ग्रामीणों ने कहा वन विभाग की विफलता से हो रहा नुकसान दहशत में जी रहे ग्रामीण।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। मंगुराहा वन क्षेत्र से सटे रिहायशी इलाके में नेपाली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीमा से सटे एकवा परसौनी और भतूजला के सरेह में हाथियों ने करीब 50 एकड़ फसल को बर्बाद कर दिया है। सोमवार की शाम 7 बजे से रात करीब 12 बजे तक हाथियों ने सरेह में जमकर उत्पात मचाई। एकवा परसौनी, भतूजला आदि सरेह में नेपाली हाथियों में 6 हाथी और उसके 2 बच्चे ज्यादा सक्रिय हैं। धमौरा पंचायत के मुखिया रामबिहारी महतो ने बताया कि सोमवार के रात में नेपाली हाथियों ने करीब पचास एकड़ खेत में लगे धान और गन्ने का फसल बर्बाद कर दिया।
हाथियों के उत्पात की वजह से खेत को बांस -बल्ले से घेर दिया गया था। उसे भी हाथियों ने तोड़ दिया। एकवा गांव के किसान रामजन्म महतो, सुरेश महतो, बंधु महतो, चोकटी महतो, दीनानाथ महतो, इसमोहमद मियां, प्रेमसागर महतो, रामधनी महतो, राजबंशी महतो आदि कई किसानों के खेतों में लगी फसलें बर्बाद को बर्बाद किया है। इधर , भतूजला सरेह में भी सोमवार की रात्रि करीब पंद्रह हाथियों का एक झुंड फसलों को रौंद दिया। वार्ड सदस्य साम्राजी देवी समेत कई ने बताया कि हाथियों ने मुंशीलाल उरांव, रमेश उरांव, बन्धु महतो, प्रभु गुरो और बैद्यनाथ पटेल के खेत में लगे गन्ने को रौंद दिया है।
ग्रामीणों में दहशत , वन विभाग के खिलाफ आक्रोश
मुखिया राम बिहारी महतो, कलाम अंसारी, बृजेश महतो, प्रेमसागर महतो आदि बताते हैं कि फसल बर्बाद होने से जहां आक्रोश है, वहीं हाथियों की वजह दहशत का माहौल भी कायम है। गांव में लोग रात भर जग रहे हैं। लेकिन वन विभाग की ओर से हाथियों को भगाने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।