डेंगू और भयावह, हैमरेजिक फीवर का मिला मरीज
डेंगू शहर में लगातार अपना पांव पसारते जा रहा। फॉगिंग नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। एसकेएमसीएच में डेंगू हैमरेजिक फीवर (रक्तस्रावी बुखार) से ग्रसित मरीज के पहुंचने पर हड़कंप मच गया। मरीज को डॉ. कमलेश तिवारी के यूनिट में भर्ती किया गया। बताया जा रहा कि यह अस्पताल का ही नहीं, जिले का पहला ऐसा केस है। चिकित्सकों की टीम के अथक प्रयास से मरीज की हालत में सुधार है। मरीज ब्रह्मापुरा आनंदपुरी के ललन सिंह का पुत्र सौरभ कुमार (22) है। वह चंडीगढ़ से बीटेक कर रहा है। उसकी नाक, आंत के साथ शरीर के विभिन्न भागों से रक्तस्राव हो रहा था।
चिकित्सकों ने बताया कि यह डेंगू की सबसे खतरनाक अवस्था होती है। इस अवस्था में आनेवाले बहुत कम मरीज पहुंच पाते हैं। मरीज को एसकेएमसीएच में भर्ती के पश्चात सोमवार तक आठ यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाया जा चुका है। उसकी स्थिति में सुधार जारी है। चिकित्सकों की टीम व नर्स की निगरानी है। सोमवार को डॉ. के तिवारी के नेतृत्व में डॉ. एके वर्मा, डॉ. अकील अहमद मुमताज, डॉ. शैलेंद्र कुमार, डॉ. विजय कुमार सिंह, डॉ. सतीश कुमार सिंह व कक्ष प्रभारी वीणा कुमारी ने मरीज की सघन जांच की। इधर, एसकेएमसीएच में डेंगू के मिलते लक्षण वाले दो युवकों को भर्ती किया गया। इसे निजी अस्पताल में जांच के पश्चात चिकित्सकों ने डेंगू होना बताया। भर्ती मरीज के रक्त का नमूना माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच को भेजा गया है। चिकित्सकों ने रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि की बात कही है। उधर, माइक्रोबायोलॉजी विभाग में अबतक 97 संदिग्ध डेंगू के मरीजों की आइजीएम जांच की जा चुकी है। इसमें 32 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने कहा कि
एसकेएमसीएच में डेंगू से पीड़ित मरीजों की समुचित निश्शुल्क जांच व इलाज की व्यवस्था है। साथ ही आवश्यक सभी दवाएं भी उपलब्ध हैं।