Corona Virus को लेकर बरती जा रही सतर्कता, भारत में प्रवेश के दौरान चीनी महिला का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
भारत में प्रवेश के दौरान आब्रजन कार्यालय के पास चीन की महिला की हुई जांच। उक्त महिला भारत के बोधगया जा रही थी रक्सौल आब्रजन कार्यालय के अधिकारियों ने पीएचसी को दी सूचना।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने से पूर्व चीन के नागरिकों और वहां से लौट रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा पदाधिकारी ने आब्रजन कार्यालय को पत्र लिखा है। जिसमें बताया है कि नेपाल के रास्ते चीन से लौट रहे सभी लोगों की जांच आवश्यक है। इसके लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया है। जिसकी प्रतिलिपि उपनिदेशक स्वास्थ्य विभाग मुजफ्फरपुर, जिलाधिकारी, सीएस, वेक्टर बॉर्न जनित रोग नियंत्रक पदाधिकारी, गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी को दिया है।
चिकित्सकीय दल में डॉ. मुराद आलम चिकित्सा पदाधिकारी आयुष, मो. अली इरफान फर्मासिस्ट व मो. शमशाद अली प्रयोगशाला प्रावैधिकी शामिल है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शरतचंद्र शर्मा ने बताया है कि चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को लेकर वहां से आने वाले पर्यटकों व चीन के नागरिकों का जांच भारत में प्रवेश के दौरान अगले आदेश तक जरूरी है।
भारत में प्रवेश के दौरान चीन की महिला की हुई जांच
आव्रजन कार्यालय रक्सौल द्वारा सूचना मिलने पर सोमवार की सुबह चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन कुमार ने टीम के साथ पहुंचकर एक चीन की महिला की जांच की। जिसमें कोरोना वायरस का लक्षण नहीं मिला। इसकी जानकारी देते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शरतचंद्र शर्मा ने बताया कि महिला चीन की निवासी है। जिसका नाम हुयान है। जिसकी उम्र 47 वर्ष है। जो चीन के जिलीन की निवासी है।
वह 08 जनवरी से भारत के बोधगया शहर में रह रही थी। जो दर्शन करने नेपाल के काठमांडू गई थी। वहां से वह लौट रही थी। आव्रजन कार्यालय के अधिकारी प्रेम कुमार से सूचना मिली कि चीन की एक महिला भारत के बोधगया शहर जा रही है। इसको लेकर चिकित्सकों के दल को भेज जांच कराया गया। उक्त महिला में कोरोना वायरस का लक्षण नहीं मिला है। उक्त टीम में एम एंड ई विपुल कुमार, रूपकिशोर ङ्क्षसह, भूषण कुमार आदि शामिल थे।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस एक प्रकार का संक्रमित वायरस है। जो संक्रमण के द्वारा एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस वायरस के संक्रमित हो जाने पर व्यक्ति को बुखार, सांस लेने में परेशानी, सर्दी जुकाम, खांसी, सिर में दर्द व शरीर के अंग धीरे-धीरे काम करना बंद करने लगते है। चिकित्सकों का कहना है निमोनिया से मिलता जुलता इसका लक्षण है। इसका असर करीब दस दिनों तक रहता है।
इसको रोकने के लिए कोई भी एंटीबायोटिक काम नहीं करता है। इससे बचाव के लिए मरीज को अधिक से अधिक लिक्वीड दिया जाता है। जिसे की शरीर के अंग काम करते रहे। कोरोना वायरस से भारत सहित दुनिया के देशों में हाहाकार मचा हुआ है। इस बीमारी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पचास से अधिक लोगों की जान चली गई है। वहीं सैकड़ों लोग इलाजरत है।