हरिसभा चौक से मंदिर तक नहीं लगेंगे कांवरिया शिविर
हरिसभा चौक से बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर तक इस बार एक भी कांवरिया शिविर नहीं लगेंगे।
मुजफ्फरपुर। हरिसभा चौक से बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर तक इस बार एक भी कांवरिया शिविर नहीं लगेंगे। मार्ग में पूरी तरह बेरिकेडिंग की जाएगी। यह जानकारी एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने दी। कांवरिया पथ का अवलोकन करने के बाद उन्होंने इस संबंध में विभागीय पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांवरियों की भीड़ को देखते हुए इस मार्ग पर शिविर लगाना उचित नहीं है। शिविर के कारण कांवरियों को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
इस क्षेत्र में सेवा शिविर लगाने के इच्छुक संगठनों को मुखर्जी सेमिनरी एवं जिला स्कूल में शिविर लगाने की अनुमति दी जाएगी। इसी प्रकार आम गोला रोड से रामदयालु तक चिह्नित स्थलों पर ही शिविर लगाए जाएंगे।
ट्रांसफॉर्मर बना बाधा :
नए मार्ग से मंदिर में प्रवेश के प्रस्ताव को प्रशासन ने खारिज कर दिया है। नए मार्ग में सबसे बड़ी बाधा वहां स्थापित ट्रांसफॉर्मर है। इस पर लोड बढ़ने से किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने की आशंका बनी रहती है। इसलिए पुराने मार्ग से ही कांवरिए जाएंगे। साहु पोखर की सफाई का काम भी जल्द ही पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही इसमें ताजा पानी भी भरा जाएगा। केदारनाथ रोड से मलबे की सफाई का काम भी एक-दो दिनों में पूरा हो जाएगा।
भक्ति नहीं आसान, कांटे कदम-कदम पर
सावन शुरू होने में चंद दिन ही शेष हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर किए जा रहे कार्यो की रफ्तार सुस्त है। इसलिए कांवरियां पथ बेहद जोखिम भरा हो गया है। हालांकि, बाबा गरीबनाथ धाम रोड को पांच दिनों के अंदर तैयार कर लेने का दावा किया गया है, लेकिन साहु पोखर की गंदगी व रोड पर पड़े मलबे की सफाई अभी तक नहीं हो पाई है। कांवरियों के निकासी मार्ग की स्थिति भी अलग नहीं है। अंडी गोला की सड़क टूटी है। गड्ढे बड़े-बड़े हैं।
पिछले दिनों गरीबनाथ मंदिर रोड के निर्माण का विरोध करने पर काम बंद हो गया था। हालांकि अब यह शुरू हो गया है। यहां रोड निर्माण के अलावा कल्वर्ट बनना है। लेकिन, दोबारा शुरू हुए काम की गति बेहद सुस्त है। रोड निर्माण की प्रक्रिया कई स्तरों पर पूरी होगी। रोड बनने के बाद ही आगे की बेरीकेडिंग का काम पूरा होगा।
पहली सोमवारी 30 जुलाई को है, लेकिन प्रथम सोमवार को जलाभिषेक के लिए जाने से पहले भक्त शुक्रवार को ही बाबा का आशीर्वाद लेने गरीबनाथ धाम आएंगे। इसके बाद पहलेजा घाट के लिए रवाना होंगे। अगर पांच दिन में निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो समस्या गंभीर हो जाएगी।
इतना ही नहीं, अरघा से गिरने वाले जल को लेकर भी समस्या बनी हुई है। नाले की सफाई पूरी तरह नहीं हो पाई है। ऐसे में लगातार जलाभिषेक से नाले का पानी ओवर फ्लो कर सकता है। इसी तरह गोला बांध रोड पर भी अतिक्रमण के कारण नाले की सफाई नहीं हो पाई है।
साहु पोखर में ब्लीचिंग, चूना, सफाई आदि का कार्य हो जाना चाहिए। लेकिन, आंशिक सफाई ही हो पाई है। गोताखोरों की व्यवस्था भी नहीं हो सकी है। यहां पर बेरिकेडिंग कमजोर है।