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एलएस कॉलेज में ऑटोमोबाइल्स व हेल्थकेयर कोर्स में नामांकन के साथ रोजगार की गारंटी

नामांकन लेकर खुद को बनाइए हुनरमंद, एक हजार रुपये छात्रवृत्ति की सुविधा भी। एलएस कॉलेज के कम्युनिटी कॉलेज में शुरू हुआ कोर्स।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 11:23 PM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 08:15 AM (IST)
एलएस कॉलेज में ऑटोमोबाइल्स व हेल्थकेयर कोर्स में नामांकन के साथ रोजगार की गारंटी
एलएस कॉलेज में ऑटोमोबाइल्स व हेल्थकेयर कोर्स में नामांकन के साथ रोजगार की गारंटी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ऑटोमोबाइल्स व हेल्थकेयर कोर्स में एडमिशन लेने पर रोजगार की राह आसान हो गई है। कोर्स पूरा होने तक एक हजार रुपये छात्रवृत्ति की सुविधा भी विद्यार्थियों को साथ-साथ मिलेगी। केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत कम्युनिटी कॉलेजों में चलाए जा रहे वोकेशनल कोर्सों के जरिए यह साकार हो रहा है। एलएस कॉलेज कैंपस में अवस्थित कम्युनिटी कॉलेज में सालभर के कोर्स में डिप्लोमा डिग्री हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए निजी व सरकारी क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। मंगलवार को प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश राय की उपस्थिति में इन कोर्सों में पढ़ाई शुरू हुई। इस मौके पर कोर्स के नोडल अफसर डॉ. संजीव कुमार मिश्रा, रिसोर्स पर्सन नेहाश्री, डॉ. ललित किशोर, उज्ज्वल कुमार व एनसीसी के कर्नल आरके सिंह मौजूद थे।

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नामांकन के लिए एक और मौका

नोडल अफसर डॉ. संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि नए बैच के लिए मंगलवार से सेशन आरंभ हो गया। ऑटोमोबाइल्स व हेल्थ केयर में नामांकन के लिए विद्यार्थियों को एक और मौका प्रदान किया गया है। आर्यभट्ट विश्वविद्यालय से इसकी डिग्री मान्यता प्राप्त होगी। इन कोर्सों में ऑटोमोबाइल्स व हेल्थकेयर जैसे तेजी से उभरते क्षेत्रों से जुड़े कामकाज की ट्रेनिंग दी जाएगी। रामनिवास दूबे व गोल्डी कुमारी ने बताया कि हमने इन कोर्सों की खासियत के बारे में सुना तो बिना समय गंवाए नामांकन ले लिया। इस सेक्टर में सरकारी व निजी दोनों ही क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं।

ज्यादा दी जाएगी वोकेशनल ट्रेनिंग : प्राचार्य

प्राचार्य ने कहा कि सालभर के इन कोर्सों में वोकेशनल ट्रेनिंग ज्यादा दी जाएगी। दरअसल, कम्युनिटी कॉलेज का मकसद ही राज्य की जरूरत के मुताबिक कुशल पेशेवर तैयार करना है। इनमें टीचर्स के साथ अलग-अलग इंडस्ट्री के अनुभवी लोग भी फैकल्टी के तौर पर आएंगे। निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाकर सरकार ये भी सुनिश्चित करना चाहती है कि कम्युनिटी कॉलेज से कोर्स पूरा करने के साथ ही लोगों को नौकरी भी मिल जाए। कहा कि वोकेशनल ट्रेनिंग के साथ बच्चों को अंग्रेजी भाषा भी शुरू से सिखाई जाएगी, ताकि वे हुनरमंद बनने के साथ खुद को ग्लोबल लेबल पर कामकाज के लिए दक्ष कर सकें।  


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