स्नातक के रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायतें आनी हो गई शुरू , इनकी बढ़ी बेचैनी
स्नातक पार्ट थर्ड का रिजल्ट आ चुका है। कई मायने में यह चर्चा में है। प्रथम श्रेणी से उत्तीर्णता हासिल करने वालों की संख्या भी आश्चर्यजनक ढंग से बढ़ी है।
मुजफ्फरपुर। स्नातक पार्ट थर्ड का रिजल्ट आ चुका है। कई मायने में यह चर्चा में है। प्रथम श्रेणी से उत्तीर्णता हासिल करने वालों की संख्या भी आश्चर्यजनक ढंग से बढ़ी है। कभी 50 फीसद तक रिजल्ट पेंडिंग रहता था। इस बार वह आंकड़ा 10 से 15 फीसद ही है। फेल होने वालों की भी संख्या इस बार अपेक्षाकृत काफी कम है। 14 अगस्त की शाम रिजल्ट जारी होने के बाद स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी के बाद गुरुवार को कॉलेजों में इसकी कॉपी चस्पा कर दी गई। इसे देखने के लिए छात्र-छात्राओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। रिजल्ट में गड़बड़ियों की शिकायतें भी आनी शुरू हो गई हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण के पास शिकायत लेकर कुछ ऐसे छात्र भी पहुंचे, जिनका कहना था कि उनका रौल नंबर एक ही अंकित हो गया है।
वेबसाइट पर रिजल्ट नहीं होने से बेचैनी
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड नहीं किए जाने से छात्र-छात्राओं को परेशानी हो रही है। उन्हें कॉलेजों में पहुंचने पर पता चल रहा है। वहीं कहीं-कहीं किरानी बाबू अपने पास इसे लेकर घूम रहे हैं तो कई कॉलेजों में दीवारों पर चस्पा किया जा चुका है। दूसरी ओर वेबसाइट पर रिजल्ट नहीं रहने से बाहर रहने वाले विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। विवि प्रशासन का तर्क है कि यहां कामकाज अभी मैन्युअल ही चल रहा है। वेबसाइट ऐसे भी अपडेट नहीं है।
10 फीसद रिजल्ट पेंडिंग
परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण ने कहा कि 10 फीसद रिजल्ट पेंडिंग है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों को रिजल्ट भेजा जा रहा है। पांच सौ वैसे विद्यार्थियों का परिणाम अटक गया है जो किन्हीं कारणवश प्रैक्टिकल परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाए थे। कुछ छात्रों के मार्क्स भी नहीं मिल पाए हैं। जल्दबाजी में टेबुलेशन रजिस्टर छपकर आया, जिससे कुछ बच्चों के नाम छूट गए। पांच फीसद वैसे विद्यार्थी भी हैं, जिनका पिछले साल एकाध विषयों में क्रॉस लग गया था।