उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए सरकार से शुरू की है यह विशेष योजना, दिया जाएगा कार्ड, हर सप्ताह फॉलोअप
सदर अस्पताल में उच्च रक्तचाप जांच को लेकर प्रशिक्षण का आयोजन। हर सबसेंटर पर एक सप्ताह के अंदर उच्च रकतचाप की दवा उपलब्ध होगी। दवा व जांच मुफ्त होगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने कार्यशाला में कहा कि देश में करीब एक चौथाई लोग उच्च रक्तचाप की जद में हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताते हुए सर्वे करने का निर्णय लिया है। गांव में चल रहे सब सेंटर स्तर पर एएनएम उच्च रक्तचाप की जांच कर मरीज को दवा देंगी। मरीज को एंटी हाइपरटेंशन कार्ड मिलेगा। हर सप्ताह मरीज का फलोऑप किया जाएगा। गैर संचारी रोग के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.शिवशंकर ने बताया कि हर सबसेंटर पर एक सप्ताह के अंदर उच्च रकतचाप की दवा उपलब्ध होगी। दवा व जांच मुफ्त होगी। इस योजना को सफल बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें एसीएमओ डॉ.विनय शर्मा, डीपीएम बीपी वर्मा आदि शामिल रहे।
एसकेएमसीएच में जगह-जगह फेंका जा रहा मेडिकल कचरा
एसकेएमसीएच परिसर मेें जगह-जगह मेडिकल कचरा फेंका जा रहा है। इसमें मास्क, ग्लव्स से लेकर पीपीई किट तक शामिल हैं। कोरोना को लेकर मेडिकल कचरा का सही डिस्पोजल नहीं होने से संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। अस्पताल मेंं इलाज करा रहे मरीजों के स्वजनों के अंदर संक्रमण का भय है।
सही डिस्पोजल का दिया निर्देश
एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.सुनील कुमार शाही ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वार्ड में पूरी सतर्कता रखी जा रही है। वहां जो पीपीई किट का उपयोग हो रहा है। उसे वहीं पर फेंक दिया जाता है। लेकिन, दूसरे विभाग के मेडिकल कचरे को सही तरीके से डिस्पोजल होना चाहिए। प्रबंधक को हिदायत दी गई कि वह दो दिन के अंदर यह सुनिश्चित करें कि मेडिकल कचरे का सही तरीके से डिस्पोजल हो। वह परिसर का निरीक्षण करेंगे।