LockDown में सरकरी बसों का परिचालन रहा ठप, ...तो सीमावर्ती जिले से ओवरलोड होकर पहुंची कई निजी बसें
मुंबई से आए लोगों को पटना से लेकर बैरिया पहुंची बस। मनमाना किराया लेकर यात्रियों को ला रही थी बस । पुलिस ने यात्रियों को उतारा यात्रियों में घर पहुंचने की छटपटाहट।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉक डाउन के पहले ही दिन एक निजी बस संचालक ने शासन एवं प्रशासन को चुनौती दे दी। यात्रियों से खचाखच भरी निजी एसी बस को बैरिया चौक पर रोक दिया गया। यह बस पटना से आई थी। इसमें सवार अधिकतर मुंबई से आए लोग थे। पटना से सुबह में यह बस मुजफ्फरपुर के लिए चली। यात्रियों की माने तो कंडक्टर द्वारा एक यात्री का चार से पांच सौ रुपये लिया गया। बैरिया में बस को रोकने के बाद यात्रियों में घर पहुंचने की बेचैनी छा गई। यात्रियों ने कहा कि मुंबई में जहां वो काम करते थे वहां से जाने को कह दिया गया है। ऐसे में घर वापस आना मजबूरी थी।
सीमावर्ती जिले से ओवरलोड होकर पहुंची कई बस
लॉक डाउन के बाद भी निजी बसों का परिचालन बंद नहीं हुआ है। मुजफ्फरपुर के सीमावर्ती जिले पटना, मोतिहारी, दरभंगा, सीतामढ़ी एवं शिवहर से बसे ओवरलोड होकर पहुंचीं। इन जिलो से बैरिया बस पड़ाव आने वाले अधिकतर बसों में यात्री छत पर भी सवार थे। इन बसों के बिना रोक-टोक यहां पहुंचने ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पथ परिवहन निगम की बसों का परिचालन ठप, मुख्य द्वार बंद
लॉक डाउन को लेकर बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों का परिचालन बंद रहा। वहीं इमलीचट्टी स्थित निगम के डीपो के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया है। वहीं आपातकाल के लिए निगम ने 10 बसों को तैयार रखा है। क्षेत्रीय प्रबंधक एसएन झा ने कहा कि बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा। यात्री डीपो में आकर भीड़ नहीं लगाएं इसलिए मुख्य द्वार को ही बंद कर दिया गया है।
ऑटो पर गिरी गाज, कई ऑटो थाने के हवाले
लॉक डाउन के बाद भी ऑटो का परिचालन कई को महंगा पड़ा। जीरो माइल चौक से कई ऑटो को जब्त कर उन्हें थाने के हवाले किया गया। डीटीओ रजनीश लाल ने करीब आधा दर्जन ऑटो को जीरो माइल चौक से जब्त कर अहियापुर थाने के हवाले किया। इधर, एमवीआइ दिव्य प्रकाश ने बैरिया एवं भगवानपुर में जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान लॉक डाउन को लेकर परिचालन नहीं करने को कहा गया।