बालिका गृह यौन हिंसा : लड़कियों में मूंछ वाले अंकल के रूप में थी दिलीप की पहचान
लड़कियों के साथ करता था घिनौनी हरकत, उसके खौफ से कांप उठती थी लड़कियां। ब्रजेश का बेहद करीबी था दिलीप।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह की लड़कियों के बीच सीडब्ल्यूसी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप वर्मा की पहचान मूंछ वाले अंकल, तोंद वाले के रूप में थी। इसके खौफ से लड़कियां कांप उठती थी। जांच के दौरान लड़कियों ने बताया कि ये मूंछ वाले अंकल उसके साथ घिनौनी हरकत करते थे। ब्रजेश ठाकुर का वह काफी करीबी था। उसे बालिका गृह में पूरी छूट मिली थी। वह बैठक के बहाने हर सप्ताह मंगलवार को बालिका गृह पहुंचता था। इस दौरान वह घिनौनी हरकत करता था। समिति के एक सदस्य विकास कुमार की भी इसमें सहभागिता रहती थी।
मधु के साथ जेजेबी में हुआ था शामिल
वर्ष 2008 में दिलीप वर्मा जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड जेजेबी का सदस्य बना था। उसके बोर्ड में तब मधु भी शामिल थी। इसके बाद पिछली बार बाल कल्याण समिति का अध्यक्ष बनाया गया। जेजेबी व सीडब्ल्यूसी में उसकी नियुक्ति की फाइलें खंगाल रही है।
मधु के बाद दिलीप को लेकर हाथ मलती रही सीबीआइ
मधु व दिलीप की सीधे गिरफ्तार करने की सीबीआइ की रणनीति सफल नही हो पाई। 20 नवंबर को मधु कचहरी परिसर पहुंच गई लेकिन सीबीआइ को इसका पता तक नहीं चला। जब उसने फोन कर इसकी जानकारी दी तब सीबीआइ वहां पहुंची। इसी तरह दिलीप वर्मा भी पुलिस से लेकर सीबीआइ को छकाता रहा। गुरुवार को सरेंडर करने वह दिन के लगभग 11 बजे ही कचहरी पहुंच गया था। वह कचहरी में कुछ देर इधर-उधर घूमता रहा फिर गुप्त स्थान पर छुप गया। लगभग ढ़ाई बजे वह अपने अधिवक्ता के साथ विशेष पॉक्सो कोर्ट पहुंच सरेंडर कर दिया। तब इसकी जानकारी सीबीआइ को हुई। इसके बाद सीबीआइ अधिकारी कोर्ट में पहुंचे तब तक उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका था।