Move to Jagran APP

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर फूल माला पहनाकर सेंट्रल जेल से चार बंदी रिहा

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर मंगलवार को सरकार के निर्देश पर अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा से चार बंदियों को रिहा कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Oct 2018 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 03 Oct 2018 08:00 AM (IST)
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर फूल माला पहनाकर सेंट्रल जेल से चार बंदी रिहा

मुजफ्फरपुर। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर मंगलवार को सरकार के निर्देश पर अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा से चार बंदियों को रिहा कर दिया गया। रिहा होनेवाले बंदियों में सीतामढ़ी सुरसंड के बलराम राउत, मोतिहारी भवानीपुर के विवेक कुमार, दरभंगा के सुरेंद्र सिंह और कटिहार कोढ़ा के अभिषेक कुमार यादव शामिल हैं। जेल में गांधी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के बाद दोपहर में तीन बजे के बाद उक्त बंदियों को फूलों की माला पहनाकर रिहा किया गया। इस दौरान जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों को मुक्ति प्रमाणपत्र भी दिया गया। इससे पूर्व जेल में अपर समाहर्ता व जेल अधीक्षक द्वारा बापू की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया। साथ ही ओल्ड एज वार्ड, ओपीडी का नया भवन और प्लस टू विद्यालय का भी उद्घाटन किया गया। बता दें कि बापू की 150वीं जयंती पर केंद्र सरकार की तरफ से बंदियों के लिए महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई थी। इसके बाद सेंट्रल जेल से बंदियों की विस्तृत सूची भेजी गई, जिस पर मंथन के बाद चार बंदियों को रिहा करने का निर्णय लिया गया।

loksabha election banner

बंदियों के लिए सेंट्रल जेल में इग्नू का स्टडी सेंटर

खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में इंदिरा गाधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) का स्टडी सेंटर खुलने का प्रस्ताव है। उच्च शिक्षा के इच्छुक बंदियों को अब सहूलियत होगी। कई बंदियों ने आगे की पढ़ाई पूरी करने की इच्छा जताई थी। इसके लिए माध्यमिक और उच्चतर शिक्षा की मांग अर्से से हो रही थी। क्योंकि, बंदियों की पढ़ाई प्लस टू के बाद रुक जाती थी। कारा परिसर में प्लस टू स्तर का विद्यालय है, लेकिन बंद पड़ा हुआ था। जेल में स्टडी सेंटर खुलने की सूचना मिलते ही 100 से अधिक बंदियों ने नामाकन के लिए आवेदन दिया है। इस स्टडी सेंटर में आम इग्नू सेंटर जैसी सुविधा बंदियों को कारा परिसर में ही मिलेगी। जेल प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि दरभंगा स्थित इग्नू के क्षेत्रीय कार्यालय को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इग्नू से अनुमति मिलने बाद इसका उद्घाटन होगा। इसकी क्षमता करीब 300 सीटों की होगी। स्टडी सेंटर खुलने से बंदी पढ़ाई-लिखाई में जुटेंगे। इससे कारा का माहौल भी बदलेगा। बंदियों के बीच शिक्षा की अलख जगाई जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.