Delhi Anaj Mandi Fire: जनाजे की नमाज के बाद दफनाए गए चार मजदूर, सभी की आंखें नम Sitamarhi News
दिल्ली अग्निकांड में मृत यहां सभी छह मजदूरों को दफना दिया गया। गमगीन माहौल में सीतामढ़ी के दो गांवों के कब्रिस्तान में जनाजे की नमाज अदा करने के बाद शवों को दफना दिया गया।
सीतामढ़ी, जेएनएन। दिल्ली अग्निकांड में मृत यहां सभी छह मजदूरों को दफना दिया गया। बुधवार को जहां धुनिया झिटकी निवासी ऐनुल राइन और उनके दामाद बुधनगरा वार्ड एक निवासी अब्बास राइन का जनाजा निकला था। वहीं, गुरुवार को बोखड़ा वार्ड आठ निवासी सगे भाई सनाल्लाह और इनायतुल्लाह, बुधनगरा वार्ड एक निवासी दुलारे राइन तथा गुलाब राइन का जनाजा उठा। गमगीन माहौल में दोनों गांवों के कब्रिस्तान में जनाजे की नमाज अदा करने के बाद शवों को दफना दिया गया।
सनाउल्लाह के आश्रित को नहीं मिला मुआवजा
दो बेटों को गंवाने वाले निसारुल को एक बेटे सनाउल्लाह की उम्र कम रहने के कारण श्रम विभाग से एक लाख की सहायता नहीं मिली।
सोगरा खातून से चेक लिया वापस
पति और दामाद गंवाने वाली धुनिया झिटकी निवासी सोगरा खातून को मुख्यमंत्री राहत कोष से एक लाख और श्रम विभाग से मजदूरों की मौत पर दी जाने वाली एक लाख की सहायता राशि का चेक दिया गया था। लेकिन, गुरुवार को श्रम विभाग की टीम ने सोगरा खातून के घर पहुंच कर एक लाख का चेक वापस ले लिया। श्रम विभाग ने मतदाता पहचान पत्र में ऐनुल की उम्र 90 साल होने का हवाला दिया। इससे सोगरा खातून और उनके स्वजन में नाराजगी है। सीओ अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा 18 से 65 वर्ष आयु वर्ग व्यक्ति को ही मजदूर माना जाता है।