तालिबानी न्याय: पूर्व मुखिया हत्या से भड़का जनाक्रोश, भीड़ ने आरोपित को सरेआम मार डाला
बिहार के मधुबनी में बाइक सवार दो अपराधियों ने पूर्व मुखिया की हत्या कर दी। इसके बाद लोगों ने खदेड़कर उनमें से एक को पकड़ा और सरेआम पीट-पीटकर मार डाला।
मधुबनी [जेएनएन]। हत्या के प्रतिशोध में हत्या। सड़क पर भीड़ के 'तालिबानी न्याय' का यी नजारा दिखा बिहार के मधुबनी जिला अंतर्गत बासोपट्टी प्रखंड की मधिया पंचायत में। वहां पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव की अपराधियों ने रविवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। मधिया चौक पर दो बाइक सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया। गोली मारने के बाद भाग रहे बदमाशों में से एक को ग्रामीणों ने खदेड़ कर पकड़ा और पीट-पीटकर मार डाला। जबकि, दूसरा अपराधी वहां से भागने में सफल रहा।
बासोपट्टी थाना क्षेत्र के मढिय़ा गांव में रविवार को बाइक सवार अपराधियों ने पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव (50) की गोली मार हत्या कर दी। इससे आक्रोशित भीड़ ने घटना में शामिल एक अपराधी को भी पीटकर मार डाला। इसकी सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस के साथ जयनगर डीएसपी सुमित कुमार व बेनीपट्टी डीएसपी पुष्कर कुमार पहुंचे।
लेकिन, पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अपराधी के शव को पुलिस थाने ले आई। लेकिन, पूर्व मुखिया का शव देर शाम पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। घटना के बाद इलाके में तनाव है। पूर्व मुखिया की हत्या में जाम यादव उर्फ देव नारायण यादव समेत आठ लोगों को आरोपित किया गया है। पुलिस कार्रवाई में जुटी थी।
पंचायत में मारी गई गोलियां
बासोपट्टी प्रखंड की मढिय़ा पंचायत के पूर्व मुखिया पवन कुमार यादव गांव में हुए आपसी विवाद को सुलझाने बछराजा नदी स्थित बजरंग चौक पर सुबह नौ बजे गए थे। पंचायती के दौरान दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पूर्व मुखिया की कमर व सिर में चार गोलियां लगीं। वे वहीं पर गिर पड़े। लोग उन्हें वाहन से जयनगर अस्पताल ले जाने लगे। लेकिन, रास्ते में मौत हो गई।
इसके बाद आक्रोशित लोगों ने बाइक सवार अपराधियों का पीछा करना शुरू कर दिया। इसी दौरान पंचरत्न गांव में ग्रामीणों के सहयोग से एक अपराधी को पकड़ लिया गया। उसे बजरंग चौक पर लाकर उग्र्र भीड़ ने पीटकर मार डाला। बताया गया कि पूर्व मुखिया को छह माह पूर्व भी गोली मारी गई थी। लेकिन, बच गए थे।
घटना के संबंध में मधुबनी एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने कहा कि पूर्व मुखिया हत्याकांड में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ, जयनगर के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है। अपराधियों की पहचान कर ली गई है। नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। भीड़ ने हमला कर एक अपराधी को मार डाला। यह कृत्य कानून को हाथ में लेना है। इस कारण ऐसे लोगों के विरुद्ध भी हत्या का मुकदमा दर्ज होगा। उन्मादी भीड़ में शामिल लोगों को चिह्नित कर सख्ती से निपटा जाएगा।'