सुरक्षा को ले JNUSU के पूर्व अध्यक्ष Kanhaiya की सत्याग्रह यात्रा का रूट बदला, रात्रि विश्राम मोतिहारी में
Kanhaiya kumar कन्हैया गुरुवार को भितिहरवा आश्रम पहुंचे। हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से सभा की अनुमति नहीं दी। बाद में कन्हैया की सत्याग्रह यात्रा का रूट भी बदला।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ सत्याग्रह यात्रा आरंभ करने के लिए वाम नेता व JNUSU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार गुरुवार को भितिहरवा गांधी आश्रम पहुंचे। वहां पहले से ही हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। कन्हैया के पहुंचते ही नारेबाजी होने लगी। बाद में आगे की यात्रा शुरू हुई और मोतिहारी पहुंची। मोतिहारी में ही कन्हैया ने रात्रि विश्राम किया। हालांकि, यात्रा की शुरुआत में ही कन्हैया के हिरासत में लेने की भी चर्चा होने लगी, लेकिन प्रशासन ने गिरफ्तारी अथवा हिरासत में लेने से इन्कार किया।
इस बाबत नरकटियागंज के एसडीएम चंदन चौहान ने बताया कि भितिहरवा आश्रम परिसर में सभा में जाने से कन्हैया कुमार को सुरक्षा के दृष्टिकोण से रोका गया था। इसको लेकर कार्यकर्ता हंगामा करने लगे थे। इसके बाद कन्हैया ने बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं, बेतिया से भितिहरवा जाने के रास्ते में चनपटिया में वाम नेता कन्हैया कुमार के विरोध को देखते हुए उनके रूट को बदल दिया गया। नए रूट से कन्हैया ने आगे की यात्रा तय की।
डीएम के आदेश अनुसार, भाकपा के युवा नेता कन्हैया कुमार भितिहरवा से मैनाटांड़ -इनारवा होते हुए बेतिया पहुंचे। इसके साथ ही बेतिया के हवाई अड्डा मैदान में प्रस्तावित सभा अनुमति नहीं मिलने के कारण उसे रद्द कर दिया गया। कन्हैया कुमार के काफिले को बेतिया से सीधे मोतिहारी के लिए प्रस्थान कराया गया।
उधर, माकपा के ओमप्रकाश क्रांति ने बताया कि सत्याग्रह यात्रा का शुभारंभ भितिहरवा में करने के बाद सड़क मार्ग से कन्हैया कुमार चनपटिया के रास्ते बेतिया आने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करते हुए सत्याग्रह यात्रा के रुट को बदल दिया है। इसे जनता समझती है। इससे कन्हैया की लोकप्रियता में कमी नहीं आएगी। गुरुवार को कन्हैया का रात्रि विश्राम मोतिहारी में किया। शुक्रवार को आगे की यात्रा होगी।
बता दें कि महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर भितिहरवा आश्रम से वामदलों ने सत्याग्रह यात्रा की शुरुआत की है। सीएए-एनआरसी के विरोध में यह यात्रा शुरू की गई है अौर माह भर चलेगी। इस यात्रा के माध्यम से वामदल के नेता बिहार की जनता को एनआसी, सीएए, एनआरपी आदि के बारे में जानकारी देंगे और बताएंगे कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बड़ी साजिश है।