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समस्तीपुर में पकड़े गए फर्जी आइपीएस से बरामद विदेशी रिवाल्वर की होगी जांच

वह खुद को वर्ष 2014 बैच का आइपीएस अधिकारी बताता था। लोगों पर प्रभाव डालने एवं दोस्तों पर धौंस जमाने के लिए आइपीएस की वर्दी रिवाल्वर और एक फर्जी आइपीएस फ्लैप भी ले रखा था। यही कारण है कि उसने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 09:03 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 09:03 AM (IST)
जांच के बाद ही पता चलेगा रिवाल्वर की हकीकत। फाइल फोटो

समस्तीपुर, जासं। नगर थाना क्षेत्र से सोमवार को गिरफ्तार नकली आइपीएस दरभंगा जिला के अशोक पेपर मिल थाना के पतोर निवासी अविनाश कुमार मिश्रा उर्फ अमन पराशर उर्फ दिलखुद फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने में सिद्धहस्त है। बातचीत का ऐसा लहजा था कि आमलोग से लेकर अधिकारी भी उससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते। वह खुद को वर्ष 2014 बैच का आइपीएस अधिकारी बताता था। लोगों पर प्रभाव डालने एवं दोस्तों पर धौंस जमाने के लिए आइपीएस की वर्दी, रिवाल्वर और एक फर्जी आइपीएस फ्लैप भी ले रखा था। यही कारण है कि उसने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया। पिछले कई वर्षों से यह सिलसिला चल रहा था। पूर्व में वह एक बार जेल की सजा भी काट चुका है। लेकिन, जेल से निकलने के बाद वह फिर से लोगों को ठगी का शिकार बनाने लगा। 

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हाल ही में विभुतिपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती को प्रेमजाल में फांसकर यौन शोषण का शिकार बनाया। जब पीड़िता को यह पता चला कि वह फर्जी आइपीएस है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। आरोपित उसे शादी का प्रलोभन भी दे चुका था। पीड़िता ने आनन-फानन में नगर थाना में इसकी शिकार दर्ज कराई। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। तत्काल पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। सदर डीएसपी शहबान हबीब फाखरी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी कर आरोपित को गिरफ्तार किया। इस क्रम में आरोपित के पास से एक फर्जी आइपीएस फ्लौप, रिवाल्वर, कारतूस व एक लैपटाप बरामद हुआ। बरामद रिवाल्वर विदेशी प्रतीत होता है। यह असली है या नकली इसकी जांच कराई जाएगी। पूछताछ में उसने कई राज खोले हैं।

सूत्रों के अनुसार आरोपित अविनाश ने दूसरे राज्य में रहकर आइपीएस की तैयारी की। लेकिन, वह परीक्षा में सफल नहीं हो पाया। बीते कई वर्षों से फर्जी आइपीएस अधिकारी बनकर आमलोगों को गुमराह कर रहा था। वर्ष 2017 के 11 नवम्बर को वह अशोक पेपर मिल थाना क्षेत्र में नकली आइपीएस अधिकारी के रूप में पकड़ा गया। स्थानीय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल से निकलने के बाद वह फिर लोगों को ठगी का शिकार बनाने लगा। हाल ही में उसने दरभंगा के एक प्रतिष्ठित निजी विद्यालय में मुख्य अतिथि के तौर पर लोगों को संबोधित भी कर चुका है। नगर थानाध्यक्ष अरुण राय ने बताया कि बरामद रिवाल्वर जांच के लिए मुजफ्फरपुर भेजा जाएगा। 


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