पहले थर्मल स्कैनिंग कराने के सवाल पर सदर अस्पताल में हंगामा
सदर अस्पताल में इलाज के सवाल पर बुधवार को हंगामा हुआ।
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में इलाज के सवाल पर बुधवार को हंगामा हुआ। इससे दोपहर 12 से एक बजे तक इलाज व्यवस्था प्रभावित रही। बाद में परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों की मदद से हंगामा शांत कराया गया। मुशहरी से इलाज कराने आए मोहन कुमार ने आरोप लगाया कि यहां की इलाज व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। परिसर में दो-तीन जगहो पर थर्मल स्कैनिग की व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
थर्मल स्कैनिग को लेकर हुआ बवाल
दरअसल, सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों के बीच पहले थर्मल स्कैनिग कराने के लिए विवाद हुआ। इससे गेट पर अफरातफरी मच गई। अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया कि समझाकर सबको शांत कराया गया।
मालूम हो कि सदर अस्पताल में प्रवेश करने से पहले मुख्य द्वार पर थर्मल स्कैनिग करानी होती है। मौके पर मौजूद अन्य मरीज व उनके स्वजनों ने बताया कि एक मरीज के स्वजन ने इमरजेंसी बता पहले उनके मरीज की स्कैनिग करने के लिए कहा। इसपर पहले से लाइन में लगे अन्य मरीज के स्वजनों ने इसका विरोध किया। इस पर गाली-गलौज और हाथापाई शुरू हो गई। किसी तरह से मामले को शांत कराया गया। कोट :
सदर अस्पताल में हंगामा पर रिपोर्ट मांगी गई है। भीड़ को देखते हुए दो-तीन जगहों पर स्कैनिग कराने को कहा गया है। वहीं बिना मास्क लगाए इंट्री पर रोक लगा दी गई है।
- डॉ. एसपी सिंह, सिविल सर्जन
अब ऑपरेशन से पहले होगी कोरोना की जांच
सदर अस्पताल से लेकर पीचसी व सबसेंटरों में आउटडोर सेवा शुरू होने के बाद अब इन अस्पतालों में भीड़ उमड़ने लगी है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर सख्ती कर रहा है।
अस्पतालों में प्रवेश करते समय थर्मल स्कैनिंग जरूरी है। वहीं प्रसव सहित किसी भी तरह के ऑपरेशन से पहले कोरेाना की जांच अनिवार्य होगी। चिकित्सक पीपीई किट पहनकर ही ऑपरेशान करेंगे।
सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने बताया कि निजी अस्पतालों के साथ ही सरकारी अस्पतालों में भी ऑपरेशन कराने से पहले मरीजों को कोरोना जांच करानी होगी। इस संबंध में जिला स्वास्थ्य समिति ने आदेश जारी किया है। अब एंटीजन किट से आसानी से कोरोना जांच हो रही है। इससे महज आधे घंटे में रिपोर्ट आ जाती है।