रिजल्ट के लिए विवि में जमकर हंगामा
विश्वविद्यालय में रविवार को छुट्टी के बावजूद एकबार फिर हंगामा हुआ। छात्र-छात्राएं गोलबंद नजर आए।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। स्नातक पार्ट टू के खराब रिजल्ट के बाद थर्ड पार्ट का फॉर्म भराने की घोषणा व शर्त रखने से कि पार्ट वन में फेल छात्र-छात्राएं फॉर्म नहीं भर पाएंगे से तल्खी और बढ़ गई है। तमाम कॉलेजों के छात्र-छात्राएं अब गोलबंद हो गए हैं। रविवार को अवकाश के बावजूद विद्यार्थियों का हुजूम विश्वविद्यालय पहुंचा। प्रदर्शन किया और वीसी-रजिस्ट्रार व कंट्रोलर के खिलाफ नारेबाजी की। सबसे अधिक गुस्सा कंट्रोलर पर था। उनका इस्तीफा मांगा। बंदी के चलते विद्यार्थी हल्ला-हंगामा कर लौट गए। कहा कि सोमवार को विश्वविद्यालय पहुंचते ही धावा बोलेंगे। विद्यार्थियों का कहना है कि पहले तो हम छात्र-छात्राओं को फेल कराया गया और अब फॉर्म भरने से वंचित किया जा रहा। एमडीडीएम कॉलेज की लगभग डेढ़ सौ छात्राएं किसी न किसी सब्जेक्ट में या तो फेल हैं या प्रमोटेड हैं। अधिकतर को तो जीरो जीरो नंबर दिया गया है। उनका कहना है कि हम हार नहीं मानेंगी। वाट्सएप पर फाइटर ग्रुप बनाया है और सबको गोलबंद कर रही हैं। अविलंब रिजल्ट में सुधार नहीं हुआ तो तो विश्वविद्यालय कैंपस में अनशन शुरू करेंगी। उधर, वीसी-रजिस्ट्रार व कंट्रोलर समेत सबने खराब रिजल्ट पर खामोशी साध रखी है।
अनिकेत, रवि, प्रकाश, नवनीत, अंकित, अनमोल, अविनाश, संदीप, गौतम, श्रवण, रोशन, निखिल, जितेंद्र, आशुतोष, रजनीश, शुभम समेत बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रदर्शन कर रहे थे। कहा कि परीक्षा नियंत्रक को यह बात पता नहीं कि अभी तक पार्ट वन का रिजल्ट निकला नहीं है और पार्ट टू के साथ ही प्रमोटेड विद्यार्थियों ने उसकी भी परीक्षा दे रखी है। अब जब तक उसका रिजल्ट नहीं निकल जाता, थर्ड पार्ट में कैसे फॉर्म भर सकेंगे। एलएस कॉलेज छात्रसंघ के काउंसिल मेंबर ठाकुर प्रिंस, अध्यक्ष निकेश कुमार, केशव कुमार ने विद्यार्थियों की बातें सुनीं और उनकी आवाज बुलंद करने की बात कही।
विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू, छात्र लोजपा के गोल्डेन सिंह, छात्र हम के संकेत मिश्रा, युवा कांग्रेस के आसिफ एकबाल ने भी कहा है कि रिजल्ट में सुधार के लिए सोमवार को 12 बजे वीसी, प्रोवीसी, रजिस्ट्रार व कंट्रोलर से मुलाकात कर जवाब मांगा जाएगा।
आक्रोश की एक बड़ी वजह यह है कि पार्ट टू परीक्षा-2017 में प्रमोटेड परंतु, पार्ट वन की परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया गया है। कहा है कि ऐसे विद्यार्थियों का थर्ड पार्ट का परीक्षाफल पार्ट टू की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद ही प्रकाशित होगा। जिनका सेकेंड पार्ट परीक्षा-2017 का परीक्षाफल लंबित है, उनसे इस बात का शपथ पत्र (एफिडेविट) लिया जाएगा कि अगर वे सेकेंड पार्ट परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाते हैं तो उनके थर्ड पार्ट का रिजल्ट मान्य नहीं होगा। इस आधार पर परीक्षा प्रपत्र भर सकते हैं। साथ ही वैसे विद्यार्थी जो पार्ट वन परीक्षा नियमानुसार उत्तीर्ण नहीं होंगे, उनका परीक्षा प्रपत्र किसी भी परिस्थति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
एक ही परीक्षकों से कॉपियों के कई-कई लॉट जांच करवाने की चर्चा पर को-ऑर्डिनेटर घनश्याम ठाकुर ने सफाई दी कि ऐसी बात नहीं है। पूछे जाने पर कहा कि विद्यार्थियों के फेल होने से वह खुद भी हतप्रभ हैं। जब बच्चों को फेल कराया जा रहा था, तब मैंने परीक्षकों से इसका कारण भी पूछा था। लेकिन, उन लोगों ने यह कहकर मेरा मजाक उड़ाया कि आप क्या जानो केमिस्ट्री की भाषा, ये कोई हिस्ट्री का सब्जेक्ट नहीं है। श्री ठाकुर कहते हैं कि मैं हिस्ट्री का शिक्षक हूं, इसलिए केमिस्ट्री की बात नहीं समझता। यही जानकर मैंने परीक्षकों की बात को सही मान लिया।