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उत्तर बिहार में नदियों के जलस्तर में उतार -चढ़ाव जारी

मधुबनी जिले के बाढ़ प्रभावित लौकही मधेपुर बेनीपट्टी और मधवापुर प्रखंड क्षेत्र में खेतों और निचले क्षेत्रों में पानी जमा रहने से परेशानी बरकरार है। बाढ़ के दौरान टूटी सड़कों की मरम्मत नहीं होने से कई स्थानों पर आवागमन बाधित है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 09:54 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 09:54 AM (IST)
उत्तर बिहार में नदियों के जलस्तर में उतार -चढ़ाव जारी
पिपरासी में पीपी तटबंध के 3.5 किमी से 5.1 किमी के बीच चार सौ मीटर में बाढ़ संघर्षात्मक कार्य।

जाटी, मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में पिछले दो-तीन दिनों की बारिश से शनिवार को नदियों के जलस्तर में उतार -चढ़ाव जारी रही। बागमती और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में हल्की वृद्धि हुई। पश्चिम चंपारण में नदियों का कटाव जारी है। इससे लोगों में दहशत है। पिपरासी में पीपी तटबंध के 3.5 किमी से 5.1 किमी के बीच चार सौ मीटर में बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया गया है। निगरानी के लिए अभियंता मुस्तैद हैैं। मधुबनी जिले के बाढ़ प्रभावित लौकही, मधेपुर, बेनीपट्टी और मधवापुर प्रखंड क्षेत्र में खेतों और निचले क्षेत्रों में पानी जमा रहने से परेशानी बरकरार है। बाढ़ के दौरान टूटी सड़कों की मरम्मत नहीं होने से कई स्थानों पर आवागमन बाधित है। दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान पूर्वी और पश्चिमी प्रखंड के कई गांव कोसी और कमला बलान के पानी से घिरे हैं। मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढऩे लगा है। इससे निचले इलाकों में फिर पानी का दबाव बढ़ गया है। 

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बाढ़ से नुकसान के मुआवजा को सीपीआइ करेगी आंदोलन

मीनापुर, संस : प्रखंड क्षेत्र के मानिकपुर स्थित पार्टी कार्यालय पर सीपीआइ अंचल परिषद की बैठक हुई। अध्यक्षता जगदीश गुप्ता ने की। इसमें मीनापुर को पूर्ण बाढ़ प्रभावित घोषित करने और नुकसान का मुआवजा देने की मांग की गई। समय रहते मुआवजा नहीं देने पर प्रखंड अंचल कार्यालय पर आंदोलन का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। साथ ही पंचायत स्तर पर बैठक कर नुक्कड़ सभा कर लोगों को प्रदर्शन में भाग लेने के लिए जागरूक करने का निर्णय लिया गया। मौके पर शिवजी प्रसाद रहमान अंसारी, भिखारी यादव, अशर्फी राय, दर्भांगी प्रसाद, अजय सिंह, उमेश प्रसाद आदि थे।

बूढ़ी गंडक में कटाव से ग्रामीणों में दहशत

सिवाईपट्टी, संस : बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में कमी होने से रघई गांव में नदी के कटाव से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। बाढ़ के समय संसाधन विभाग द्वारा कराए गए कटाव निरोधी कार्य नदी में समाहित हो गए हैं।

कटाव से उपेंद्र सहनी, रंजीत सहनी, दिनेश सहनी, विश्वनाथ सहनी, जगदीश सहनी, भरत सहनी, रामबाबू सहनी सहित दर्जनों लोगों का घर नदी बर्बादी के कगार पर है। वार्ड नंबर 13 में करीब सौ फीट ईंट सोलिंग सड़क नदी में समाहित हो गई है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में असुविधा हो रही है। मुखिया चंदेश्वर प्रसाद ने कटाव की सूचना जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दी है।


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