Bihar Flood: उत्तर बिहार के नए क्षेत्रों में फैला पानी, डूबने से छह मरे, गंडक बराज के सभी फाटक उठाए गए
मधुबनी में धौस नदी का तटबंध टूटा सीतामढ़ी एसएच पर चढ़ा पानी। पश्चिम चंपारण में गंडक बराज के सभी फाटक उठाए गए। पूर्वी चंपारण के कई गांवों में बाढ़।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। उत्तर बिहार में मंगलवार को बारिश रुकने के बाद भी बाढ़ का कहर जारी रहा। नदियां उफान पर रहीं। चंपारण, मधुबनी और सीतामढ़ी जिले के नए क्षेत्रों में पानी घुसने का सिलसिला जारी रहा। मधुबनी जिले में धौस नदी का तटबंध टूट गया। इससे सीमावर्ती सीतामढ़ी जिले का इलाका भी प्रभावित हो गया। सीतामढ़ी-मधुबनी स्टेट हाइवे पर पेट्रोल पंप के पास पानी चढ़ गया है। दोनों जिलों के कई गांवों में पानी घुस गया है। बाढ़ के पानी में डूबने से छह लोगों की मौत की खबर है। शिवहर, समस्तीपुर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में नदियां शांत रहीं।
पश्चिम चंपारण : गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव को देखते हुए बराज के सभी 36 फाटक उठा दिए गए। मंगलवार सुबह गंडक का जलस्तर 3 लाख 24 हजार 800 क्यूसेक तक पहुंच गया। हालांकि, दोपहर 12 बजे 2.60 लाख क्यूसेक पर आ गया। सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के सोहगीबरवा समेत दो दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। गंडक पार के चार प्रखंडों के दो दर्जन गांव जलमग्न हैं। पिपरा-पिपरासी और अमवा खास तटबंध पर दबाव है। झंडू टोला एसएसबी कैंप में पानी घुस गया है। मधुबनी प्रखंड की चिउरही और सिसई पंचायत के लोग धनहा- रतवल गौतम बुद्ध मुख्य मार्ग पर आने लगे हैं।
मधुबनी, ठकराहां और पिपरासी के निचले इलाकों के लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा गया है। छितौनी- पनियहवा नई रेल लाइन परियोजना से निर्मित रेलवे के बांध पर नदी का दबाव है। बैरिया, नौतन और योगापट्टी प्रखंड के दियारे में तबाही मची है। बैरिया प्रखंड की बैजुआ और सूर्यपुर पंचायत बाढ़ में घिरी है। नौतन प्रखंड के दियारे के लोग पलायन कर मंगलपुर - गोपालगंज मुख्य सड़क के किनारे शरण लिए हैं। लौरिया में सिकरहना नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई।
पूर्वी चंपारण : बंजरिया प्रखंड की चैलाहां-जटवा सड़क पानी चढऩे से आवागमन ठप है। मोतिहारी प्रखंड के कई गांवों में पानी घुस गया है। सुगौली नगर पंचायत के बेलाइठ खाप, मधुमालती, परसौना, लालपरसा, नयका टोला में पानी फैलने लगा है। दरपा थाने के तीनकोनी गांव में बाढ़ के पानी में डूबने से एक बालक की मौत हो गई।
मधुबनी : बाढ़ से हजारों एकड़ में रोपी गई धान की फसल बर्बाद हो गई। कमला बलान झंझारपुर में खतरे के निशान से 1.80 मीटर ऊपर है। लौकही में बिहुल नदी के टूटे तटबंध से पानी का बहाव जारी है। लदनियां में कटैया नदी का पानी डायवर्सन पर बह रहा है। मधवापुर में साहरघाट कोसी नहर के पास धौस नदी पर बना सुरक्षा बांध टूट गया है। पानी का बहाव जारी है। स्टेट हाइवे से भौगाछी गांव और उत्तरा जाने वाली सड़क पर पानी चढ़ गया है। कई गांवों में पानी प्रवेश कर गया है। बेनीपट्टी में थमुहानी नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। झंझारपुर का नवटोलिया गांव पानी से घिरा है। लोग एनएच- 57 पर शरण लिए हैं। मधेपुर में कोसी उफान पर है। वीरपुर बराज से एक लाख से अधिक क्यूसेक पानी छोड़े जाने से स्थिति विकट होती जा रही है।
समस्तीपुर : मोहनपुर में गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। मटिऔर, जौनापुर, चपरा, डुमरी, बघड़ा, हरदासपुर, सरसावा के ढाबों, नालों व निचले खेतों में पानी फैल है। मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के बी. एलौथ के एक युवक की बूढ़ी गंडक में डूबने से मौत हो गई।
सीतामढ़ी : सीमावर्ती मधुबनी जिले में धौंस नदी का तटबंध टूटने से चोरौत-पुपरी पथ बंद हो गया है। सीतामढ़ी-मधुबनी स्टेट हाइवे पर पेट्रोल पंप के पास पानी चढ़ गया है। कई पंचायतों में पानी घुसा है। चोरौत प्रखंड का जिला व अनुमंडल से संपर्क टूट गया है। परिहार थाने के मोकर्री टोल गांव में नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। बाजपट्टी थाने के कचहरीपुर गांव में बाढ़ के पानी में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई।
शिवहर : बागमती के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। बेलवा में क्षतिग्रस्त सुरक्षा बांध की मरम्मत जारी है। दरभंगा जिले में नदियां स्थिर रहीं। लेकिन, बाढ़ पीडि़तों की समस्या कम नहीं हुई है।
मुजफ्फरपुर : बागमती के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है। लेकिन, कटरा और औराई प्रखंड में आवागमन की समस्या है। कटरा की अधिकतर सड़कों पर पानी बह रहा है। तीन सौ परिवार बेघर हो गए हैं। राहत शिविर नहीं खोला गया है।