पूर्वी चंपारण के ढाका में भड़के बाढ़ पीडि़त, आगजनी- तोडफ़ोड़, पांच जख्मी Muzaffarpur News
अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग सीओ के खिलाफ नारेबाजी आगजनी के बाद आरटीपीएस काउंटर व अनुमंडल कार्यालय में तोडफ़ोड़।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड को पूरी तरह बाढ़ प्रभावित घोषित नहीं किए जाने के खिलाफ गुरुवार को लोगों का गुस्सा भड़क गया। नाराज लोगों ने जांच पदाधिकारी पर खानापूर्ति कर रिपोर्ट देने का आरोप लगाते हुए ढाका- मोतिहारी पथ में अंचल कार्यालय के समीप आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। सीओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सड़क जाम की सूचना पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने जाम समाप्त कराने की कोशिश की। लेकिन, लोग नहीं माने। आरटीपीएस कार्यालय, एसडीओ आवास व अनुमंडल कार्यालय में तोड़-फोड़ व पथराव किया। बाद में एएसपी व एसडीएम की पहल पर लोग माने।
लोगों ने अधिकारियों के रवैये को देखते हुए आंदोलन को तेज कर दिया। इस मामले को लेकर अनुमंडल कार्यालय में जन प्रतिनिधियों की टीम ने जाकरअपनी बातों को रखते हुए कहा कि 2017 के बाढ़ से भी ज्यादा खराब स्थिति थी। प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ पीडि़तों को कोई समुचित सुविधा नहीं दी गई है। जांच टीम द्वारा आंशिक व पूर्ण आंशिक किया गया है। यह गलत है।
इसी दौरान विरोध का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता देख आंदोलनकारी प्रखंड कार्यालय के आरटीपीएस काउंटर में प्रवेश कर गए। तोड़ फोड़ शुरू कर दी। इसके बाद अनुमंडल कार्यालय एवं एसडीओ के आवास पर हमला बोल दिया। जमकर पथराव किया। इस बीच भीड़ में शामिल लोगों द्वारा तोड़-फोड़ किए जाने व किसी की बात नहीं मानने की स्थिति में प्रभारी डीएसपी ने ढाका, शिकारगंज, चिरैया, पचपकड़ी व कुंडवाचैनपुर पुलिस को बुलाया और बल प्रयोग कर लोगों को शांत कराने की कोशिश हुई। इतने में नाराज भीड़ की ओर से पथराव शुरू कर दिया गया।
पथराव में मुरली गांव के अनिल साह, शिवशंकर बैठा, फुलमति देवी, केसरी देवी, सुरजी देवी व बिगनी देवी जख्मी हो गईं। अनिल को गंभीर स्थिति में प्राथमिक उपचार के बाद मोतिहारी रेफर किया गया है। ढाका में आंदोलनकारियों के अनियंत्रित होने की सूचना पर जिलामुख्यालय से एएसपी एचएस. गौरव पुलिस बल के साथ पहुंचे। स्थिति का जायजा लिया। इस बीच अनुमंडल पदाधिकारी ने एएसपी के साथ मिलकर लोगों को शांत कराया। भीड़ को भरोसा दिलाया कि लोगों के साथ न्याय होगा।
पूर्वी चंपारण सिकरहना एसडीओ ज्ञान प्रकाश ने कहा कि जिला प्रशासन के निर्देश पर गठित टीम की रिपोर्ट के आधार बाढ़ की रिपोर्ट जिला मुख्यालय भेजी गई है। इलाका पूर्ण बाढ़ प्रभावित घोषित करने के मानकों को पूरा नहीं कर रहा है। आंदोलनकारी एवं जनप्रतिनिधियों से जो वार्ता हुई है जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। तोड़ फोड़ की घटना की जांच कर दोषी लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
प्रभारी डीएसपी सह इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। आगजनी व तोडफ़ोड़ करनेवालों की पहचान सीसी कैमरे से की जा रही है। इस आधार पर चिह्नित लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।