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Samastipur Railway Division के पांच स्टेशनों को मिला आइएसओ, जानें इस उपलब्धि के बारे में

Samastipur Railway Division बापूधाम मोतिहारी बेतिया रक्सौल नरकटियागंज और सगौली स्टेशन को किया गया शामिल।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 01:58 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 01:58 PM (IST)
Samastipur Railway Division के पांच स्टेशनों को मिला आइएसओ, जानें इस उपलब्धि के बारे में
Samastipur Railway Division के पांच स्टेशनों को मिला आइएसओ, जानें इस उपलब्धि के बारे में

समस्तीपुर, जेएनएन। समस्तीपुर रेल मंडल के पांच रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को अब उच्चस्तरीय सुविधाएं हासिल होंगी। रेलवे बोर्ड ने मंडल के अलग-अलग स्टेशनों को आइएसओ मानक में शामिल करते इसका प्रमाण-पत्र जारी किया है। इसमें बापूधाम मोतिहारी, बेतिया, रक्सौल, नरकटियागंज और सगौली स्टेशन शामिल हैं।

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वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक बिरेंद्र कुमार ने बताया कि रेल मंडल के पांच स्टेशनों पर इस उपलब्धि को हासिल किया है। रेलवे स्टेशन ने इसके लिए राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के निर्देश का पालन करते हुए रेलवे स्टेशन में उच्च श्रेणी आरक्षित लाज, प्रतीक्षा गृह, वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित विश्राम गृह, रिफ्रेसिंग क्षेत्र फूड कोटर्स और सेनिटेशन के साथ पूरे स्टेशन परिसर में स्वच्छ और हरा-भरा माहौल में यात्री सुविधाओं को उपलब्ध कराया है। जिसके लिए उसे आइएसओ प्रमाणन दिया गया है।

  राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के निर्देश के अनुसार रेलवे ने पर्यावरण प्रबंधन पद्धति के लिए कंपनी को दिया। संबंधित संस्थान द्वारा रेलवे स्टेशनों में सुविधाओं का ऑडिट किया। रिपोर्ट और प्रमाणन 30 नवंबर को दिया गया। आइएसओ इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टडराइजेशन के लिए मौजूद है, जो विभिन्न क्षेत्र के गतिविधियों में मानक स्थापित करने के लिए जवाबदेह है।

अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार पर्याप्रण प्रबंधन पद्धति के लिए कई तरह के आइएसओ प्रमाणन और आइएसओ 14001 है। उसे पिछले 2015 से उन्नत किया गया है। इसलिए, प्रमाण पत्र को आइएसओ 14001:2015 कहा जाता है।

प्रमाणन का वर्ष 2020 में समीक्षा होगी और इस वजह से रेलवे द्वारा कचरे निपटारे आदि से संबंधित पर्यावरण के नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। यंत्रवत सफाई, कृतकरोधी इलाज, गुणवत्तापूर्ण क्लीनिंग, केमिकल आदि का उपयोग जो पहले से प्रचलन में है की निगरानी होगी और र्सिटफाइड एजेंसियों द्वारा ऑडिट किया जाएगा। इसका अर्थ है कि यात्रियों को स्टेशन परिसर में स्व'छता मिलेगी।  


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