रामदयालु बवाल मामले में 300 बंद समर्थकों पर प्राथमिकी
रामदयालु में शनिवार को हुए बवाल पत्थरबाजी और पुलिस समेत स्थानीय लोगों पर हमला मामले में 300 बंद समर्थकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुजफ्फरपुर। रामदयालु में शनिवार को हुए बवाल, पत्थरबाजी और पुलिस समेत स्थानीय लोगों पर हमला मामले में 300 बंद समर्थकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सदर थाना के दारोगा शिवपूजन कुमार के बयान पर केस दर्ज कर उपद्रवियों की पहचान शुरू कर दी गई है। उक्त प्राथमिकी अज्ञात के खिलाफ दर्ज की गई है। थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि वीडियो फुटेज और तस्वीर से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। दारोगा ने अपने बयान में कहा कि शनिवार को वे दलबल के साथ रामदयालु रेल गुमटी पर ड्यूटी कर रहे थे। 60 की संख्या में राजद कार्यकर्ता कच्ची पक्की की तरफ से आए और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। उन सभी को समझाकर किसी तरह वहां से हटाया गया। इसके बाद उनलोगों ने मुजफ्फरपुर-हाजीपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। स्थानीय लोगों साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट करने लगे। इस पर लोगों द्वारा विरोध करने पर वे सभी कच्ची पक्की की तरफ चले गए। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा कि वीडियो फुटेज और तस्वीर से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। किसी भी हाल में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सरकारी कार्य में बाधा डालने और कानून हाथ में लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोबारा 300 की संख्या में पहुंचे और बरसाने लगे पत्थर : करीब 20 मिनट बाद सभी 300 की संख्या में बंद समर्थक आए और पथराव करना शुरू कर दिया। इसमें गन्नीपुर के सुनील कुमार का सिर फट गया। उन्हें आनन-फानन में सदर अस्पताल भेजा गया। पुलिसकर्मियों द्वारा बार-बार समझाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ। बंद समर्थक लगातार पत्थरबाजी करते रहे। इसमें कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग जख्मी हो गए। दारोगा ने तुरंत इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी। उनलोगों के पहुंचने पर सभी को खदेड़ कर भगाया गया। इसके बाद स्थिति नियंत्रित हुई। अन्य थानों में नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी : बंद के दौरान मिठनपुरा, सादपुरा रेलवे गुमटी, माड़ीपुर और ब्रह्मापुरा में कई जगहों पर छिटपूट घटनाएं हुई थी। ब्रह्मापुरा में उपद्रवियों ने दो दुकानों में तोड़फोड़ भी की थी। वहीं सादपुरा में वरीय अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। लेकिन, इन घटनाओं में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। संबंधित थाने की पुलिस इन घटनाओं से इन्कार कर रही है।