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सरैया बवाल में पांच हजार अज्ञात लोगों पर एफआइआर

सरैया थाना के अजीजपुर में हिंसा व आगजनी मामले में पांच हजार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह प्राथमिकी ग्रामीणों के बयान पर दर्ज की गई है। वहीं, इस घटना में मरने वालों की संख्या चार हो गई है।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Mon, 19 Jan 2015 06:19 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jan 2015 06:25 PM (IST)
सरैया बवाल में पांच हजार अज्ञात लोगों पर एफआइआर

मुजफ्फरपुर। सरैया थाना के अजीजपुर में हिंसा व आगजनी मामले में पांच हजार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह प्राथमिकी ग्रामीणों के बयान पर दर्ज की गई है। वहीं, इस घटना में मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। सोमवार को एक और शव गेहूं के खेत में मिला। पुलिस ने उपद्रव करने वालों की गिरफ्तारी को लेकर रविवार की रातभर छापेमारी की, जिसमें 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। डीएम अनुपम कुमार व एसएसपी ने इसकी पुष्टि की है। कहा कि अजीजपुर में पुलिस नाका खोला जाएगा। वहीं, एडीजीपी मुख्यालय गुप्तेश्वर पांडेय, आयुक्त अतुल प्रसाद ने जायजा लिया। डीएम व एसएसपी रविवार से ही वहां कैंप कर रहे हैं। उन्होंने पीडि़त परिवार को सुरक्षा देने का भरोसा दिया है। स्थिति शांतिपूर्वक एवं नियंत्रण में है। जिला प्रशासन की ओर से पीडि़तों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया।

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बलों की पहुंची कई कंपनियां

तनाव को देखते हुए वहां एसएसबी, सीआरपीएफ, बीएमपी, जिला पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स पहुंच चुकी है। प्रभावित गांव व आसपास के इलाकों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। पूरे जिले में अलर्ट जारी करते हुए बलों की तैनाती कर दी गई है। वहीं, लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की बात भी कही गई है।

प्रभावितों के बीच राहत सामग्री वितरित

प्रशासन ने सुबह से ही प्रभावितों को राहत व खाद्य सामग्री देनी शुरू कर दी। लोगों के बीच कंबल, बर्तन, चूड़ा, गुड़ आदि दिया गया। साथ ही क्षति का आंकलन करने में जुटा है। 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। सिविल वर्दी में जवानों को तैनात किया गया है।

गांव लौटने लगें प्रभावित

रविवार को ङ्क्षहसा व आगजनी की घटना के बाद गांव से पलायन करने वाले लोग सोमवार को लौट आए। वहीं, प्रशासन भी ऐसे परिवारों की खोज कर वापस उनके घर लाने में जुटा है। अभी उनकी तलाश कर रही है।

मृतकों व प्रभावितों को मिला मुआवजा

प्रशासन की ओर से इस घटना में पीडि़त लोगों को मुआवजा दिया गया। इसमें मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख, पक्का मकान वालों को एक-एक और कच्चे घर वाले को 50-50 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। वहीं बर्तन के लिए करीब 80 परिवारों को 47-47 सौ रुपये दिए गए।

पीडि़तों से मिलने पहुंचे मंत्री व जनप्रतिनिधि

पीडि़तों से मिलने के लिए मंत्री डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह, विनय बिहारी, सांसद रामा किशोर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे सहित जिले के विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि पहुंचे। इन लोगों ने पीडि़तों का हाल जाना और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

कटघरे में पुलिस

सरैया की हिंसा को लेकर कटघरे में पुलिस है। छात्र के अपहरण के आरोपी के खिलाफ सुबूत देने पर भी नहीं हुई थी कार्रवाई। अपहृत छात्र का शव मिलने के बाद दो घंटे तक हिंसा व आगजनी होती रही, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। हमलावरों ने करीब पांच दर्जन परिवारों को पूरी तरह लूट लिया।

ऐसे घटी घटना

सरैया प्रखंड के बहिलवारा गांव निवासी इंटर का छात्र भारतेंदु अपने घर से बीते नौ जनवरी से लापता था। वह मुजफ्फरपुर के एलएस कॉलेज का छात्र था। काफी खोजबीन के बाद उसके अपहरण की प्राथमिकी सरैया थाने में परिजनों ने 11 जनवरी को दर्ज कराई। इसमें वसी अहमद के पुत्र सदाकत उर्फ विक्की पर अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया गया था। रविवार को गेहूं के खेत में दबा उसका शव मिला, जिसके बाद वहां ङ्क्षहसा व आगजनी की घटना घटी।


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