समीर हत्याकांड की सीबीआइ जांच के लिए उपवास पर बैठेंगे परिजन
प्रेसवार्ता में समीर कुमार की पत्नी ने की सहयोग देने की अपील। कहा-अपराधी के बयान पर बदल गई जांच की दिशा, हत्यारों को बचाने की हो रही कोशिश।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पूर्व मेयर समीर हत्याकांड में सीबीआइ जांच की मांग को लेकर एक दिन का उपवास किया जाएगा। समीर कुमार की पत्नी वर्षा रानी ने रविवार को अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर ये बातें कहीं। कहा कि समाहरणालय परिसर में 18 जनवरी को उपवास पर बैठेंगे।
भावुक होते हुए उन्होंने आम लोगों से भी सहयोग और शामिल होने की अपील की। कहा कि सीबीआइ जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के पास भी जाएंगी। न्याय के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाने की बात कही। उन्हें न्याय नहीं मिला तो मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आवास पर धरने पर भी बैठेंगी।
मुख्य साजिशकर्ता को बचाने के लिए जांच की दिशा ही बदल गई
समीर के परिजन ने कहा कि मुख्य साजिशकर्ता को बचाने के लिए जांच की दिशा ही बदल दी गई। हत्यारों को बचाने की कोशिश की जा रही। समीर लोकसभा चुनाव लडऩा चाहते थे। शुरू से उनकी राजनीति में दिलचस्पी रही। भाजयुमो के अध्यक्ष रहे और प्रथम महापौर बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। पुलिस उन्हें नेता और जनप्रतिनिधि नहीं बताकर जमीन कारोबारी बता रही।
अपराधियों के दिए बयान पर जांच व कार्रवाई चल रही। एसएसपी कह रहे कि जमीन खाली करवाकर पैसा नहीं दिए जाने के कारण गोविंद ने समीर की हत्या कर दी। यह बिल्कुल मनगढ़ंत कहानी और सोची समझी साजिश है। गोविंद व ओमकार से कभी उनके पति की बात नहीं हुई थी। पुलिस दोनों की कॉल डिटेल्स निकाले और सार्वजनिक करे।
न एके-47 मिला और न ही मुख्य साजिशकर्ता का नाम आया सामने
वर्षा रानी ने आशंका जताई कि पुलिस अपराधियों के बचाव में समीर को ही न अपराधी साबित कर दे। कुछ लोग घटना की सही जांच करने की मांग को लेकर आवाज उठाते हैं तो उन्हें डराने के साथ धमकी दी जा रही। हमलोगों ने पुलिस जांच में काफी सहयोग किया। लेकिन, ठोस नतीजा सामने नहीं आया। पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। अब तक एके-47 का पता नहीं लगा है। मुख्य साजिशकर्ता का नाम सामने नहीं आया है।